Ballia : और सपना रहा गया अधूरा…

रोशन जायसवाल,
बलिया। डूहां बिहरा में आयोजित 40 दिवसीय राजसूय महायज्ञ की तैयारी आयोजन तिथि से पहले स्वामी ईश्वर दास ब्रह्मचारी मौनी बाबा कर रहे थे और उनका सपना था कि डूहा बिहरा में आयोजित महायज्ञ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पंडित धीरेंद्र शास्त्री, अनिरूद्धाचार्य जी महाराज सहित कई संतों का जमावड़ा हो, लेकिन यज्ञ शुरू होने से पहले मौनी बाबा की तबियत खराब हो गयी और उनका लंबा इलाज लखनऊ में चलता रहा।



12 दिसंबर से 19 जनवरी तक महायज्ञ का आयोजन रहा। श्री बनखंडी नाथ, श्री नागेश्वर नाथ महादेव मठ डूंहा के अध्यक्ष रहे मौनी बाबा का सोमवार को समाधि होगा। ऐसे में अब मौनी बाबा का स्थान कौन लेगा। दूसरी ओर यह भी चर्चा हो रही थी कि मौनी बाबा की हार्दिक इच्छा थी कि 40 दिवसीय इस महायज्ञ में वे स्वयं रहे और अतिथियों और संतों का स्वागत करेंगे। उसको लेकर मौनी बाबा ने अपने शिष्यों के साथ एक योजना भी बनायी थी। लेकिन वह सपना अधूरा रहा गया। हालांकि आयोजन समिति से जुड़े लोगों ने मौनी बाबा के न रहने पर भी आयोजन में कोई कमी नहीं छोडा़। देर रात मेहनत करके वे लोग आयोजन को सफल बनाते रहे। लेकिन गांव वालों को यह नहीं पता था कि मौनी बाबा डूहा बिहरा में यज्ञ समाप्ति के बाद उनका समाधि होगा।
रविवार को जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, पुलिस अधीक्षक डा. ओमवीर सिंह, एएसपी अनिल झा सहित कई अधिकारी डूहा बिहरा मठ पर पहुंचे हुए थे और सुरक्षा व्यवस्था का पूरा जायजा लिया। वैसे मौनी बाबा के शिष्य उनके स्वस्थ होने की कामना के साथ पूजन करते रहे। लेकिन किसी को नहीं पता था कि मौनी बाबा हम सबको छोड़कर चले जाएंगे। डुहां बिहरा में उनके शिष्यों का जमावड़ा लगा हुआ है। सुरक्षा में पुलिस के जवानों का पहरा लगा है। तीन जनपदों की पुलिस फोर्स लगी हुई है। पूरा गांव शोकाकुल है।
