Ballia : व्यापार कल्याण समिति ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि
राष्ट्र की प्रगति में रतन टाटा ने दिया अतुलनीय योगदान: मो० युनूस
रसड़ा (बलिया)। देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर रसड़ा के व्यापारी व उद्यमियों में शोक व्याप्त है। व्यापार कल्याण समिति रसड़ा अध्यक्ष मु. यूनुस, महामंत्री विनोद शर्मा व संरक्षक सुरेशचंद जायसवाल ने संयुक्त रूप से रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। बुद्धवार की सुबह नवीन कृषि मंडी परिसर में व्यापार कल्याण समिति अध्यक्ष मो. यूनुस ने सर्वप्रथम रतन टाटा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद दर्जनों की संख्या में व्यापारियों ने रतन टाटा के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। संरक्षक सुरेश चन्द ने कहा कि भारत के दूसरे सर्वाेच्च सम्मान पद्मविभूषण से सम्मानित रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा समूह एक वैश्विक ब्रांड के रूप में उभरा, जिसने कॉर्पाेरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, परोपकार और नैतिक व्यापारिक आचरण पर जोर दिया। कहा कि देशभर के व्यापारी समुदाय रतन टाटा के रोजगार सृजन, उद्यमशीलता के समर्थन और भारत को वैश्विक स्तर पर गर्व दिलाने के प्रयासों की सराहना करते हैं। रतन टाटा की विनम्रता, ईमानदारी और सामाजिक कल्याण के प्रति उनकी अथक प्रतिबद्धता लाखों लोगों, विशेषकर व्यापारी समुदाय को प्रेरित करती है, जिससे वे उत्कृष्टता की ओर बढ़ते हुए राष्ट्र की प्रगति में योगदान दे सके। फल सब्जी के थोक विक्रेता मुहम्मद फरमान अली ने कहा कि व्यापार समुदाय की ओर से दी गई श्रद्धांजलि रतन टाटा की उस महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करेगी, जिसमें उन्होंने एक ऐसे व्यापारिक वातावरण को बढ़ावा दिया, जो नैतिकता, नवाचार और सामाजिक कल्याण पर आधारित हो और यह भारत के व्यापारियों की आकांक्षाओं से मेल खाता हो। मो० युनूस ने व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रतन टाटा भारतीय उद्योग के अनमोल रत्न थे।
कभी स्वाभिमान से समझौता नहीं किया
ऐसी विभूतियां सदियों में एक बार पैदा होती है। उन्होंने पूरी दुनिया को सिखाया कि मानवीयता के साथ व्यापार कैसे किया जाता है। उन्होंने कहा कि रतन टाटा ने मुनाफे के लिए कभी स्वाभिमान से समझौता नहीं किया। रतन टाटा के आदर्श नई पीढ़ी को हमेशा सकारात्मक उद्यमिता की राह दिखाते रहेंगे। वहीं महामंत्री विनोद शर्मा ने कहा कि भारत ने अपने सबसे महान रत्न रतन टाटा को खो दिया है। उनका जीवन लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत था। देश और दुनिया के लिए उनके निःस्वार्थ योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। श्रद्धांजलि सभा में जहांगीर अहमद, इकबाल अहमद, शौकत अली, जमशेद आलम, नूर अली, मुख्तार अहमद, रामप्रसाद, अकबर अली, मुमताज अहमद, मारकण्डेय प्रसाद सहित दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे। संचालन विनोद शर्मा व आभार प्रकट गोपाल गुप्ता ने किया।
शिवानंद वागले