Ballia : जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर राष्ट्रीय पोषण माह का किया शुभारंभ
बलिया। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर सातवें राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट इन्द्रकांत द्विवेदी, जिला कार्यक्रम अधिकारी केएम पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी आनन्द, उपयुक्त मनरेगा दिग्विजय नाथ पाण्डेय, जिला पूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्रा तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष सिंह सहित बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारी एवं मुख्य सेविकाएं उपस्थिति रही।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह जन-जागरूकता रैली कलेक्ट्रेट से कुंवर चौराहा होते हुए विकास भवन तक निकाली गई तथा जन-जागरूकता वैन पूरे जनपद का भ्रमण कर जनपदवासियों को सही खान-पान के प्रति जागरूक करेंगी। जनपद में सैम/मैम बच्चों का चिन्हांकन कर उनके पोषण स्तर में सुधार लाने तथा 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती/धात्री महिलाओं, किशोरी बालिकाओं को सही खान-पान के प्रति जागरूक किया जायेगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के पोषण अभियान के तहत बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा सितम्बर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। 01 सितम्बर से शुरू पोषण माह 30 सितम्बर 2024 तक मनाया जायगा।
इस बार केन्द्र सरकार ने पोषण माह में पांच मुख्य थीम निर्धारित की है। पांचों थीमों में एनीमिया (टेस्ट, ट्रीट, टाक), वृद्धि निगरानी, ऊपरी आहार, पोषण भी पढाई भी, बेहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिक शामिल है। इन पांच थीम के माध्यम से पूरे जनपद में पोषण आधारित जीवन चक्र के महत्वपूर्ण चरणों यथा- गर्भावस्था, शैश्वावस्था, बचपन व किशोरावस्था में पोषण के सम्बन्ध में जन-जागरूकता लाने को प्रचार-प्रसार तथा जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। पोषण अभियान के तहत 06 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं के पोषण स्तर में सुधार किए जाने के प्रयास किया जा रहे है।
इस राष्ट्रीय पोषण माह को विभिन्न कन्वर्जेन्स विभाग यथा-चिकित्सा विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, कृषि विभाग, समाज कल्याण विभाग, नगर विकास विभाग एवं स्वतः रोजगार विभाग के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों में समायोजन एवं संतुलन बनाते हुए पोषण स्तर में सुधार लाने के लिए पूरे माह प्रयास किए जायेंगे।