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Ballia : बलिया में दिनदहाड़े लूटा गया बरेली का स्वर्ण व्यापारी, जांच में जुटी पुलिस

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Girl in a jacket

रोशन जायसवाल,
बलिया।
शहर के ओक्डेनगंज पुलिस चौकी से कूछ ही दूरी पर सेनानी उमाशंकर सोनार की प्रतिमा स्थल से कुछ ही दूरी स्थित आर्यसमाज रोड में दिनदहाड़े बरेली के स्वर्ण व्यापारी कुलदीप सिंह को फिल्मी अंदाज में लूटा गया। वहीं ओक्डेनगंज पुलिस चौकी जांच पड़ताल में जुटी रही। वैसे यह घटना पहली नहीं इसके पहले भी कई तरह के वारदात विभिन्न व्यापारियों के साथ हो चुकी है जैसा कि स्वर्ण व्यापारियों ने बताया। बतातें चलें कि 20 सितंबर को करीब 4ः40 बजे स्वर्ण व्यापारी कुलदीप सिंह बैग में सोने के आभूषण लेकर किसी दुकानदार के पास जा रहे थे।

इसी बीच किसी व्यक्ति ने उन्हें पीछे से आवाज देते हुए कहा कि मैं बार-बार बोल रहा हूं लेकिन आप सुन नहीं रहे है। उसके बाद थोड़ी ही दूर पर एक व्यक्ति बाइक लगाकर खड़ा था। उसने कुलदीप सिंह को रोका और पूछताछ करने लगा। तब तक सामने कबाड़ वाली गली से एक व्यक्ति बैग लेकर निकला लेकिन वह व्यक्ति बदमाशों का ही आदमी था। बदमाशों ने सबसे पहले अपने ही सदस्य का बैग चेक करना शुरू कर दिया। कुूलदीप सिंह अपना बैग चेक करने से मना करने लगे। इसी बीच बाइक पर सवार उस व्यक्ति ने एक आइडी दिखाया जिस पर पुलिस लिखा हुआ था और जबरन कुलदीप सिंह का बैग लेकर चेक करने लगा। लेकिन चौकांने वाली बात यह रही कि बैग में रखे गये पैसा छोड़कर सोने के आभूषण लेकर फरार हो गये।

कुलदीप सिंह ने बताया कि लगभग साढ़े लाख रूपये के सोने थे। जिसकी पक्की बिल जीएसटी के साथ मेरे पास है। मैं अपने परिवार के जीविका के लिये बरेली से महीने में कभी कभार आता हूं और मेरी जो आने जाने का खर्च होता है वह मैं यहां दुकानदार को सोना देकर अपनी मजदूरी ले लेता हूं। यह मेरा काफी पुराना धंधा है। इस घटना के बाद सवाल यह उठता है कि घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति कुलदीप सिंह को जानते थे। अगर कुलदीप सिंह को नहीं जानते तो उन्हें रोकने का प्रयास क्यों करते। वहीं घटना में शामिल तीनों व्यक्ति युवा थे और अच्छे कपड़े पहने हुए थे। शक्ल अक्ल से बदमाश नहीं पढ़े लिखे लग रहे थे।

इनसेट
बलिया। ओक्डेनगंज पुलिस चौकी में कुलदीप सिंह ने घटना की लिखित सूचना दी है। लेकिन अभी तक पुलिस घटना का वर्कआउट नहीं कर पायी। कुलदीप सिंह को पुलिस ने दोबारा बुलाया लेकिन पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि 20 सितंबर को हुई घटना का अभी तक पर्दाफाश क्यों नहीं हुआ।

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