Ballia : डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर के खिलाफ बीजेपी नेताओं का धरना प्रदर्शन शुरू
बेरुआरबारी (बलिया)। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेरुआरबारी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर के खिलाफ पूर्व से घोषित बीजेपी नेताओं का धरना प्रदर्शन शुरू हुआ। धरना प्रदर्शन में बीजेपी के भाजपा मंडल अध्यक्ष बेरुआरबारी प्रमोद सिंह, मंडल अध्यक्ष बांसडीह प्रतुल कुमार ओझा, मंडल अध्यक्ष सहतवार, मंडल महामंत्री मनियर दीपू सिंह एवं सुभासपा ब्लॉक् स्तरीय नेता प्रमुख रूप से शामिल हुए। बताते चलें कि डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर का मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया द्वारा विभिन्न शिकायतों को ध्यान में रखते हुए बेरुआरबारी से स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके बाद बेरुआरबारी का चार्ज बांसडीह के प्रभारी डा0 वेंकटेश मौआर को दिया गया। जब डा0 वरुण ज्ञानेश्वर ने उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश हासिल कर लिया और जिसके आधार पर सीएमओ बलिया ने पुनः बेरुआरबारी का प्रभारी नियुक्त कर दिया तब बांसडीह के प्रभारी अधीक्षक पद से डा0 वंेकटेश मौआर ने त्याग पत्र दे दिया। इस बात की चर्चा उस समय जोरांे पर थी कि बेरुआरबारी के प्रभारी अधीक्षक पद के लिए इतनी रस्सा-कस्सी क्यों? बाद में डा0 मौआर ने कहा कि मेरे पिता जी की तबियत खराब होने के कारण मैं अपना त्याग पत्र दिया, लेकिन चर्चा जोरों पर है कि आखिर बेरुआरबारी पीएचसी पर कुछ तो बात है। सीएमओ बलिया के द्वारा स्टे ऑर्डर के खिलाफ काउंटर भी दाखिल किया है, जिसमें डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर द्वारा अपनी मूल तैनाती बेरुआरबारी बताने को असत्य बताते हुए कहा गया है कि डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर ने अपनी मूल तैनाती के संबंध में शपथ पत्र में गलत बयानी की गयी है। हकीकत मंे डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर की मूल तैनाती सीएचसी खेजूरी पर है। सीएमओ बलिया ने अपने काउंटर में डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर द्वारा अपनी पूर्व तैनाती स्थलों पर किये गये विवादों और उसके बाद तत्कालीन सीएमओ द्वारा की गयी कृत कार्यवाही के भी साक्ष्य को उच्च न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया है। विभागीय कर्मियों से लेकर आमजन के बीच में डॉ0 वरुण ज्ञानेश्वर की छवि एक झगड़ालू की बनती जा रही है। बीजेपी नेताओं का अपनी ही सरकार मंे धरना देना इस बात की पुख्ता प्रमाण है। अब देखना है कि प्रशासनिक अधिकारी इस मामले को कैसे सुलझाते है।
सुधीर कुमार मिश्रा