Ballia : कौन होगा योगी सरकार में अगला लोक निर्माण मंत्री, चर्चा कई नामों की
चर्चाओं में सरकार के कई मंत्री
रोशन जायसवाल,
बलिया। यदि सबकुछ ठीक ठाक रहा तो योगी सरकार के मंत्री मंडल का विस्तार हो सकता है। लखनऊ के राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह भी हो रही है कि विधानसभा उपचुनाव के बाद ही मंत्री मंडल का विस्तार होगा। लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद के सांसद बनने के बाद अब उनकी जगह खाली पड़ी है। अब जितिन प्रसाद के बाद योगी सरकार में अगला लोक निर्माण विभाग का मंत्री कौन होगा यह वक्त तय करेगा।
वैसे दौड में कई चेहरे है लेकिन प्रमुख नामों में डिप्टी सीएम केशव मौर्य के झोली में आ सकता है क्योंकि 2017 के योगी सरकार में केशव मौर्य के पास ही पीडब्ल्यूडी विभाग था। वहीं प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के नाम की भी चर्चा हो रही है। हालांकि इन नामों की कोई पुष्टि नहीं है। लेकिन इनके नामों की चर्चाएं हवा में तैर रही है। वहीं दो नामों की चर्चा और भी है इनमें पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री बृजेश सिंह का प्रमोशन हो सकता है। वहीं स्वतंत्र देव सिंह, जेपीएस राठौर के नाम की भी चर्चा हो रही है। वैसे जेपीएस राठौर के बारे में यह चर्चा हो रही है कि उनकी पृष्ठभूमि इंजीनियरिंग से है और बीएचयू से एमटेक की शिक्षा भी हासिल की है। वहीं राजनीतिक गलियारों में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के नाम की भी चर्चा चल रही है। अब देखना यह होगा कि योगी सरकार में अगला लोक निर्माण मंत्री का चेहरा कौन होगा।
तो क्या दारा सिंह व ओमप्रकाश राजभर का…
बलिया। बीते लोकसभा चुनाव में पूर्वांचल के सीटों पर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर व दारा सिंह चौहान अपने समाज के ताकतवर नेता माने जाते है। इनका जादू नहीं चला। इनके समाज का ही वोट भाजपा उम्मीदवारों पर नहीं चढ़ा लेकिन दोनों नेताओं का दावा रहा कि पिछड़ा समाज के लोगों ने वोट किया। लोकसभा चुनाव के पहले योगी सरकार ने ओमप्रकाश राजभर को पंचायती राज विभाग दिया गया और दारा सिंह चौहान को कारागार मंत्री बनाया गया।
लोकसभा चुनाव बीतने के बाद भाजपा के राजनीतिक गलियारों में चर्चा यह उठने लगी है कि इन मंत्रियों से भाजपा को कोई फायदा नहीं दिखा। बल्कि जनाधार खिसक गया। जिसके चलते पूर्वांचल की कई सीटे भाजपा हार गयी। यही नहीं घोसी के सीट पर चुनाव लड़ रहे ओमप्रकाश राजभर के पुत्र अरविंद राजभर भी चुनाव हार गये। 2023 के विधानसभा उपचुनाव में दारा सिंह चौहान घोसी से हार गये थे। भाजपा ने एमएलसी बनाकर श्री चौहान को मंत्री मंडल में शामिल किया। लेकिन इसके बावजूद भी भाजपा को कोई फायदा नहीं मिला।