
रोशन जायसवाल,
बलिया। गन व्यवसायी स्व. नंदलाल गुप्त के परिजनों से गुरूवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बातचीत की। उसके बाद स्व. गुप्त की पत्नी मोनी देवी से लगभग 20 मिनट तक वार्ता की। इसके बाद जैसे ही वे घर से बाहर निकले तो मीडिया कर्मियों ने उन्हें घेर लिया।


अखिलेश ने मीडिया के सवालों के जवाब पर कहा कि जिस तरह से पैसों का कारोबार चल रहा है जो सीधे गैरकानूनी है। भाजपा और भाजपा के लोगों ने नोटबंदी की थी, बैंकों में पैसा भरा पड़ा हुआ है। इसके बावजूद भी व्यापरियों को सूदखोरों से पैसा लेना पड़ रहा है। सूदखोरों का हिसाब किताब जो है बहुत ही अलग है। पता नहीं कितना पैसा वसूलते है, नहीं मिलने पर धमकाते है, समय-समय प्रताड़ित करेंगे। आप के घर में घुस आएंगे। आपको फोन करेंगे और व्यापारियों की पिटाई भी करेंगे। ये सूदखोरों का आर्गेनाइज और भाजपा का चलाया हुआ कारोबार है। बातचीत करने से जो जानकारी मिली है उससे साबित होता है कि भाजपा के लोगों को इसमें मुनाफा मिलता है।




जब वह मुनाफा कमाएंगे तो किसी न किसी को देंगे ही। स्व. नंदलाल के परिवार के लोगों की मांग थी कि पत्नी को सरकारी नौकरी और 50 लाख रूपये की मदद मिले। इनकी प्रापर्टी जो रजिस्ट्री हुई है, उसे कैंसिल किया जाए। यह तो सरकार के हाथ में है कि जब चाहे तब रजिस्ट्री कैंसिल कर सकती है। जो दोषी है, भाजपा का बुलडोजर जाएं और उनको वहीं सजा दे ंजो औरों को देती है। यदि भाजपा की सरकार दावा करती है कि बुलडोजर न्याय दिलाता है तो नंदलाल की पत्नी और परिवार को बुलडोजर न्याय कब दिलायेगा। नंदलाल के दो बच्चे है आखिर उनका जीवन कैसे चलेगा। ऐसे में पत्नी को सरकारी नौकरी और परिजनों को 50 लाख रूपये मिलने चाहिए।
इनसेट
जहां भाजपा चाह रही वहां चल रहा बुलडोजर
अखिलेश यादव ने कहा कि सूदखोरी का कारोबार इनवेस्टर में चला जाएगा। याद रखना व्यापारी उत्तर प्रदेश में पैसा नहीं लगाएगा। मैं यह दावा करके जा रहा हूं, बहुत ही मुश्किल होगा बलिया तक इनवेस्टमेंट लाना। यह बात सदन में जरूर उठेगी। कहा कि मैं सदन में नंदलाल की बात उठाउंगा, पुलिस कस्टडी में अधिक मौतें हुई, और कानपुर में जिस तरीके से एक व्यक्ति को मार-मार कर जान ले ली। उसकी पत्नी को भी सरकारी नौकरी नहीं दी। इस सरकार में अन्याय चरम सीमा पर है। कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता। बुलडोजर वही जा रहा है जहां भाजपा चाह रही है। बुलडोजर न्याय के लिये नहीं है बल्कि वोट के लिये बुलडोजर है। कहा कि भाजपा सरकार में कहीं भी रवैया ठीक नहीं है। पुलिस की सांठगांठ और बड़े लोगों की सांठ गांठ के बगैर इतना बड़ा सूदखोरी का कारोबार नहीं चल सकता। कहा कि याद करिये जिस समय किसानों के कर्जमाफी की बात थी, उस समय भी सूदखोरी की बात उठी थी।, सूदखोर जो पैसा बांटते आखिरकार वह पैसा कैसे वापस होगा। उन्होंने कहा कि नंदलाल गुप्त प्रकरण की यदि ठीक से जांच हो जाएं, सीडीआर उठा लिया जाए तो जो लोग उनके साथ समय-समय पर पीटा है अन्याय किया है, उसकी जानकारी हो जाएगी और सभी सूदखोरों की सही जानकारी प्राप्त हो सकेगी। ये सरकार से मिले हुए लोग है।
