
बलिया। बागियों की धरती पर सरकारी धन किस तरीके से खर्च हो रहा है यह तो सरकार ही बतायेगी, लेकिन जनता को मिलने वाली सुविधाओं पर यदि गौर करें तो आज भी जिले की जनता सरकार के खजाने से खर्च हो रहे विकास कार्यों से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं दिख रही है। गांवों को रोशन करने के लिए सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है, लेकिन उस अनुपात में लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है। जिले के हर ग्राम पंचायत में औसतन 3 लाख रूपये की बजट से 6 माह पहले स्ट्रीट लाइट व एलीडी लाइट लगायी गयी, लेकिन इतने ही दिनों में 50 प्रतिशत लाइट खराब हो गयी, जिले में 940 ग्राम पंचायते है। लाइट पर ग्राम पंचायतों की ओर से जनपद भर में लगभग 28.20 करोड़ रूपये खर्च किये गये फिर भी लोगों को अंधरे का सामना करना पड़ रहा है। बिजली रहने के बाद भी सड़क पर अंधेरा है। बरसात के समय ग्रामीण क्षेत्रों में सर्प दंश की घटनाएं होती है। लाइट लगाने के लिए विभिन्न कम्पनियों को जिम्मेदारी दी जाती है लेकिन गुणवत्ता पर जिम्मेदारों का ध्यान नहीं होने के चलते स्थिति खराब है।
कौन है जिम्मेदार और किसकी है जिम्मेदारी
बलिया। वैसे कार्यदायी संस्था की मेंटनेंस की जिम्मेदारी है। गांव में स्ट्रीट लाइट लगाने के बाद मेंटनेंस करने का भी प्राविधान है जो कम्पनी इसे लगाती है खराब होने पर ठीक करने की भी जिम्मेदारी होती है, लेकिन जनप्रतिनिधियांे की उदासीनता से खराब होने के बाद भी स्ट्रीट लाइट ठीक नहीं हो पा रही है। वर्ष 2021 में नवम्बर में भी गांव मंे स्ट्रीट लाइट लगाने का अभियान चला था उनकी स्थिति भी ठीक नहीं है। क्षेेत्रीय लोगों में आक्रोश बढ़ती जा रही है, क्योंकि अंधेरे की वजह से दुर्घटना की आशंका होती है।
क्या बोले डीपीआरओ
बलिया। गांव में लगी स्ट्रीट लाइट जो संस्था लगाती है वह गांरटी में होती है यदि लाइट खराब होती है तो उसे ठीक कराना कार्यदायी संस्था की है। उसके बाद लाइट खराब होती है तो उसे ग्राम प्रधान ठीक करायेंगे। इसकी रिपोर्ट ग्राम पंचायतों की ओर से होनी चाहिए। यतेन्द्र सिंह डीपीआरओ
क्या बोले ग्राम प्रधान राजेश सिंह
बलिया। ओपवां गांव में 91 एलईडी व स्ट्रीट लाइट लगायी गयी थी। यहां एक ग्रामीण ने बताया कि 25 लाइट खराब है। ग्राम प्रधान राजेश सिंह ने बताया कि खराब लाइटों को उतरवा लिया गया है और कार्यदायी संस्था को भेजकर इन्हें जल्द ही ठीक कराया जायेगा।
सरकारी आंकड़ों में कितना हुआ खर्च आप भी जानें
बलिया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021 व 22 में स्ट्रीट व एलईडी लाइट पर गड़वार ब्लॉक के एकौनी में 1.16 लाख, सिंहाचवर कलां में 7.67 लाख, पियरिया में 3.70 लाख, ओपवां में 1.97 लाख, जिगनी खास में 3.67 लाख, सिंहपुर में 1.99 लाख, बहादुरपुर में 2.40 लाख खर्च हुए है।