
सिकन्दरपुर। विकास खंड पन्दह अंतर्गत ग्रामसभा चकबहाउद्दीन में बाल पुष्टाहार वितरण में की जा रही अनियमितताओं की शिकायत पर सोमवार को सीडीपीओ राजेंद्र उपाध्याय ने जांच की। जांच की आहट से आंगनबाड़ी केंद्र पर सैकड़ों लोगों की भीड़ लग गई। हालांकि ग्रामीणों की शिकायत पर उपजिलाधिकारी के निर्देश पर जांच को पहुंचे सीडीपीओ ने खुली बैठक में जांच करने की बजाय बंद कमरे में कोरम पूरा करते नजर आए। इससे ग्रामीण काफी आक्रोशित दिखे। गांव की महिलाओं का यह आरोप था कि जांच अधिकारी अंदर कमरे में क्या जांच पड़ताल कर रहे हैं इसकी भनक तक नहीं लग पा रही है न तो वहां शिकायतकर्ता को बैठाया गया है और न ही आमजन को अंदर जाने की अनुमति है।
क्या है आरोप
महिलाओं का आरोप है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री गीता देवी व मिनी आंगनबाड़ी मुन्नी देवी द्वारा पिछले दो सालों से वितरण अनियमितता बरती जा रही है। आपसी मिलीभगत कर पुष्टाहार का जमकर गोलमाल किया जा रहा है। कभी किसी को पूरा पुष्टाहार नहीं दिया जाता। यही नहीं आंगनबाड़ी केंद्र पर हमेशा ताला लटका रहता है। आरोप है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्री हमेशा अमर्यादित भाषा में बात करती हैं। इस दौरान कई बार आंगनबाड़ी कार्यकत्री व गांव की महिलाओं के बीच तू-तू, मैं-मैं की स्थिति भी बनी। उधर जांच अधिकारी राजेंद्र उपाध्याय जांच की महज औपचारिकता पूरी करते नजर आए।
पत्रकारों के प्रश्नों से बचते नजर आए सीडीपीओ
मौके पर मौजूद पत्रकारों ने जब जांच के बाबत सीडीपीओ से बात करनी चाही तो वे पल्ला झाड़ते रहे। इस सिलसिले में बात करना तो दूर वे मामले से अवगत कराना भी उचित नहीं समझे। इसे लेकर भी ग्रामीण काफी नाराज दिखे। महिलाओं ने आरोप लगाया कि जांच के बहाने मामले को दबाने का प्रयास अधिकारी द्वारा किया जा रहा है।
ये लोग रहे मौजूद
इस मौके पर दीनानाथ चैहान, विजय चैहान, निर्भय नारायण वर्मा, धनंजय वर्मा, जितेंद्र वर्मा, शारदानंद वर्मा, राजन, रंजना, आरती, पुष्पा, मंसा देवी, लक्ष्मी देवी, मालती देवी, ममता, पूनम व सुनीता सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

