
बलिया। बात अगर भावनाओं की हो तो अरमान सबके दिलों में है और बात अगर उम्मीद की हो तो उम्मीद के दीये हर दिल में जलने चाहिए। लोकल फार वोकल अर्थात स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों के खरीदारी एवं उपयोग की व्यवस्था के तहत धनतेरस के शुभ अवसर पर जमुना राम मेमोरियल स्कूल के माध्यम से बच्चों द्वारा स्थानीय चितबड़ागांव बाजार से दस हजार मिट्टी के दीये की खरीदारी बच्चों द्वारा स्कूल के माध्यम से हुई। इस नेक पहल से स्थानीय दीया विक्रेताओं में अपार हर्ष का माहौल रहा, उनके उम्मीद के दीये उनके चेहरे पर व्याप्त खुशी से झलक रहे थे।

उनके आशीर्वचनों से छात्रों के अंदर भी स्थानीय उत्पादों के प्रति रुझान को देखते हुए उनके द्वारा खरीदे दीये को छात्रों में वितरित भी किया गया। रात तो वक्त की पाबंद थी पर चिरागों का सफर जारी रहना चाहिए। जमुना राम शिक्षा समिति उजाले की राह को उम्मीद के संकल्प में बनाए रखने को कृत संकल्प है। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंध निदेशक तुषारनंद द्वारा एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य एब्री केबी द्वारा सबको धनतेरस की शुभकामनाओं के साथ उज्जवल भविष्य की कामनाएं की गई।
