
बांसडीह (बलिया)। गर्दन रेत कर हुईं निर्मम हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अवैध संबंधों में पहले प्रेमी इरफान की हत्या की गयी थी। महिला और उसका दूसरे प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर चालान र दिया है। वहीं पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त खून लगा चाकू, रस्सी बरामद कर लिया है। कोतवाली क्षेत्र के बकवा ग्राम सभा में विगत 9 नवंबर को इरफान अली उर्फ पप्पू की गला रेत कर हत्या करके प्लास्टिक की बोरी से बांध कर शव फेकने के संबंध में मृतक के पिता सिराजुद्दीन हुसैन पुत्र अली हुसैन द्वारा थाना स्थानीय पर मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। जिसकी विवेचना प्रभारी निरीक्षक योगेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा प्रारम्भ की गयी थी। विवेचना के दौरान संदिग्ध मोबाइल नम्बर का सीडीआर की विश्लेषण परिस्थितिजन साक्ष्य से हत्या में शामिल अभियुक्तगण भीम यादव पुत्र सुरेन्द्र यादव निवासी यदुवशी नगर पदमिनिया थान कृष्णगढ़, जिला आरा भोजपुर बिहार हालमुकाम जिला हुगली, पश्चिम बंगाल व दीपिका सिंह पत्नी अशोक सिंह निवासी ग्राम बकवां थाना बांसडीह जनपद बलिया की संलिप्ता पायी गयी और विवेचना से नाम प्रकाश में आया।
इस तरह हत्याकांड को दिया गया अंजाम
मृतक इरफान अली उर्फ पप्पू पुत्र सिराजुद्दीन निवासी ग्राम बंकवा, थाना बांसडीह, जनपद बलिया व दीपिका सिंह पत्नी अशोक सिंह निवासी ग्राम बंकवा, थाना बांसडीह के बीच आपसी सम्बन्ध था। दीपिका सिंह के पति कलकत्ता में रहकर ग्लास हिन्दुस्तान नेशनल फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। दीपिका सिंह का कलकत्ता अपने पति के पास आना जाना था। कलकत्ता में रहते हुये दीपिका सिंह का सम्बन्ध दूधिये भीम यादव पुत्र सुरेन्द्र यादव से हो गया लेकिन अशोक सिंह के ड्यूटी पर चले जाने के बाद इरफान अली उर्फ पप्पू द्वारा फोन किया जाता रहा जो भीम यादव को नागवार लगता था। जिससे वहीं पर दोनों ने इरफान को रास्ते से हटाने का प्लान बनाकर 31 अक्टूबर को भीम यादव के साथ कलकत्ता से बलिया ग्राम बंकवा जनपद बलिया आकर रहने लगे। इरफान अक्सर दीपिका सिंह को फोन करता रहता था भीम के साथ रहने के वजह से दीपिका द्वारा इरफान का मोबाइल नम्बर ब्लेकलिस्ट में डाल दिया और एक हफ्ते बाद भीम 7 नवंबर को कलकत्ता जाने हेतु घर से निकल गया। दीपिका सिंह ने इरफान का नम्बर ब्लेक लिस्ट में डाली थी हटा दी और उसी समय इरफान का फोन आया और बात करने लगी। तभी भीम का भी फोन आने लगा, दीपिका द्वारा भीम का फोन रिसिव कर काफ्रेंस में बाते होने लगी और बात सुनकर भीम रास्ते से ही वापस बंकवा आ गया और पूर्व योजना के अनुसार गांव में आकर इरफान से जरिये दूरभाष वार्ता होने लगी औऱ 8 नवंबर को रात्रि में दीपिका सिंह और भीम एक ही कमरे में सोये थे। उसी रात इरफान सीढी के रास्ते आ गया और दरवाजा खटखटाने लगा दीपिका ने दरवाजा खोला और भीम चौकी के नीचे सो गया। जैसे ही कमरे मे इरफान अली उर्फ पप्पू आया। भीम यादव ने बगल में रखी जूट की रस्सी से इरफान अली का गला दीपिका सिंह की मदद से दबा दिया और इरफान अली बेहोश होकर जमीन पर गिर गया तथा इरफान जिंदा न बचे इसलिये दोनों ने मिल कर गला रेत कर सिर के हिस्से को बोरी में भरकर पास के खेत में फेंककर अभियुक्त भीम यादव मृतक इरफान का मोबाइल व चाकू लेकर चला गया। तत्पश्चात घटना के बाद मृतक का सीडीआर प्राप्त की गयी। मृतक इरफान एवं दीपिका एवं भीम यादव के आपस में वार्ता के क्रम में दीपिका सिंह व भीम की संलिप्तता पायी गयी जिसके सम्बन्ध में दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।