
1989 में भाजपा में हुए थे शामिल, 2007 में बसपा से थे विधायक
रोशन जायसवाल
बलिया। बांसडीह विधानसभा क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले पूर्व विधायक शिवशंकर चौहान पर काश सरकार की नजर पड़ जाती तो श्री चौहान को भी वहीं सम्मान मिलता जो सम्मान मऊ जिले के मधुबन विधानसभा क्षेत्र के पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को मिला है। यह माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा पिछड़ी जाति के नेताओं को सम्मान देते हुए उन्हंे ससम्मान भाजपा में शामिल कर उनका सम्मान बढ़ा रही है। राजनैतिक गलियारों मेें चर्चा का विषय यह भी है कि भाजपा ने पूर्व मंत्री फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाया और पूर्व मंत्री द्वारा सिंह चौहान को भाजपा में पुनः शामिल करते हुए यह संकेत दिया है कि आगामी लोकसभा चुनाव मेें दारा सिंह चौहान भाजपा को मजबूती प्रदान करेंगे और चौहान बिरादरी को भाजपा से जोड़ेंगे। हांलाकि चौहान बिरादरी सबसे ज्यादा भाजपा से जुड़ी हुई है। लेकिन सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि बलिया जिले के शिवशंकर चौहान को भाजपा ने सम्मान में कमी क्यों की है। शिवशंकर चौहान बलिया जिले के चौहान बिरादरी के नेता भी मानें जाते है और विधानसभा, लोकसभा चुनाव में भी वे भाजपा के लिए ताबड़तोड़ मेहनता की थी। वैसे 2022 के विधानसभा चुनाव में शिवशंकर चौहान भाजपा के बांसडीह से प्रबल दावेदार थे, लेकिन यह सीट निषाद पार्टी की झोली में चली गयी जिसके चलते शिवशंकर का भाजपा से चुनाव लड़ने का सपना पूरा नहीं हो सका। बलिया कि राजनीति में यह चर्चा चल रही है कि शिवशंकर चौहान को भी भाजपा एक बड़ी जिम्मेदारी दे। वैसे चौहान समाज के कुछ लोगों ने यह भी कहा है कि श्री चौहान को निगम का चेयरमैन बना देना चाहिए, ताकि बलिया के चौहान बिरादरी का नेतृत्व पूरी ताकत के साथ श्री चौहान कर सके।
1989 से भाजपा के लिए शिवशंकर चौहान कर रहे है काम
बलिया। 1989 में शिवशंकर चौहान भाजपा में शामिल हुए थे और 1997 में वे भाजपा के जिला उपाध्यक्ष बने। रामजन्म भूमि कार सेवक में भी श्री चौहान की अहम भूमिका रही। कश्मीर में लाल चौक पर झण्डा फहराने के कार्यक्रम में भी शिवशंकर चौहान शामिल हुए थे। वे सन् 2002 में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ेे लगभग 36 हजार वोट भी पाये। उसके बाद 2007 में वे बसपा से चुनाव जीतकर विधायक बने। उसके बाद 2012 में इन्हें टिकट नहीं मिला तो वे भाजपा में शामिल हो गये। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए पूरी तरह से समर्पित होते हुए काम करते रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में बलिया, बांसडीह व मधुबन में श्री चौहान को भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी थी। वे चौहान बिरादरी को भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए अपील भी किया था। बांसडीह और बलिया में शिवशंकर चौहान कामयाब तो रहे लेकिन मधुबन के विधानसभा सीट पर शिवशंकर चौहान पर सपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री द्वारा सिंह चौहान भारी पड़ें और चुनाव जीते। यहां शिवशंकर चौहान चौहान बिरादरी का वोट भाजपा के पक्ष में कम दिला पाये, जिसके कारण वे असफल रहे।