
यदि 2017 में भी नारायणी से चुनाव संचालन हुआ होता तो डंपू को मिल सकती थी कामयाबी
रोशन जायसवाल,
बलिया। भाजपा के लिए नारायणी सिनेमा स्थल रामबाण साबित हो रहा है। यहां चुनावी संचालन से भाजपा को जबरदस्त सफलता मिल रही है। वैसे किसी भी राजनैतिक दलों की निगाह बन्द पड़े नारायणी सिनेमा पर नहीं पड़ी लेकिन भाजपा के पूर्व मंत्री भरत सिंह ने अपने लोकसभा चुनाव के केंद्रीय चुनाव कार्यालय के लिए 2014 में इस स्थान को चुना और पहली बार यहां भाजपा लोकसभा चुनाव जीती। मोदी लहर में 2017 में विधानसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी आनंद स्वरूप शुक्ल ने इसी स्थान पर चुनाव कार्यालय बनाया और वह भी भारी मतो से चुनाव जीते। उसके बाद 2019 के लोकसभा मे इसी जगह से वीरेंद्र सिंह मस्त लोक सभा का चुनाव जीते उसके बाद निकाय चुनाव में इस स्थान को भाजपा ने छोड़कर दूसरी जगह से भाजपा के अध्य्क्ष पद के उम्मीदवार संजीव कुमार डंपू ने विजय सिनेमा में चुनाव कार्यालय बनाया लेकिन सफलता नहीं मिली। भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा। उसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए पुनः तत्कालीन मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने अपने चुनाव के लिए इस स्थान को चुना लेकिन भाजपा ने उन्हें बलिया की जगह बैरिया से चुनाव लड़ा दिया गया और यहां बलिया नगर से दयाशंकर सिंह भाजपा से चुनाव लड़े और उनका चुनाव कार्यालय नारायणी मे बना और वह भी भारी मतो से चुनाव जीत हासिल की, फिर उसके बाद 2023 के निकाय चुनाव मंे भाजपा ने संत कुमार मिठाई को मैदान मे उतारा। उनका चुनाव कार्यालय इसी स्थान पर बना और वह भी चुनाव जीते। वैसे भाजपा ने सभी चुनाव जीतकर एक बढ़ा मुकाम हासिल की है जिसकी चर्चा जमकर हो रही है।

