
बेरुआरबारी (बलिया)। घाघरा नदी के कटान क्षेत्र में धारा के कटाव से बचाव के लिए तथा पीड़ितों के राहत लिए प्रशासन द्वारा अब तक किए गए इंतजाम पूरी तरह नाकाफी है। सैकड़ों एकड़ की उपजाऊ जमीन घाघरा नदी में विलीन हो चुकी है लेकिन अब तक सरकार की ओर से ना तो कोई जिम्मेदार मंत्री और ना ही प्रमुख सचिव स्तर का अधिकारी मौक़े पर बेबसी की जिंदगी जी रहे बेसहारा लोगों के दुःख दर्द को बांटने के लिए आए। समाजवादी पार्टी के बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को घाघरा के कटान क्षेत्र टीकूलिया दीयर में जाकर पीड़ितों का हाल जाना और प्रशासन और सरकार द्वारा अब तक उपलब्ध कराये गए राहत आदि की जानकारी प्राप्त की। समाजवादी पार्टी के दो दर्जन की संख्या में पंहुचा नेताओं का दल जहां कटान के मंजर को अपनी आँखों से देखा वहीं ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं और बच्चों की लाचार जिन्दगी से रूबरू हुए। पीड़ितों से मिलकर लौटने के बाद बेरुआरबारी में पत्र प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान नेताओं ने बताया कि पीड़ितों की हालत बहुत दयनीय है और वे हर एक पल दहशत में जीने को मजबूर हैं। रोजी रोजगार छोड़ वे हर दिन सुरक्षित ठिकानों की तलाश में समय गुजार रहे हैं। नेताओं ने बताया कि प्रशासन ने राहत के नाम पर केवल लूट किया है। कहा कि हम सभी पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव रामगोविंद चौधरी के माध्यम से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को वस्तुस्थिति से अवगत कराएंगे और सरकार से पीड़ितों के लिए राहत की मांग करेंगे। सपा नेताओ के दल में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अशोक यादव, आशीष सिंह, रामबचन चौधरी, सुनील मौर्य, संकल्प सिंह, उमेश मिश्रा, प्रधान एजाज अहमद, राहुल वर्मा, रमाशंकर यादव, विनय गोंड, चंद्रशेखर यादव, कमलाकर यादव, प्रधान जितेंद्र यादव, रामजी यादव, लल्लन यादव आदि प्रमुख नेता उपस्थित रहे।