
रतसर। क्षेत्र के जनऊपुर गांव स्थित हनुमान मंदिर परिसर में शनिवार को परशुराम जन्मोत्सव पर भगवान परशुराम की विशेष पूजा अर्चना की गई। सुबह मंदिर परिसर में देवी-देवताओं के आह्वान के साथ पूजन किया गया। सुन्दर काण्ड का पाठ हुआ। हवन के बाद श्रद्धालुओं ने धर्म पताकाओं के साथ आकर्षक झांकियों से सुसज्जित भव्य शोभा यात्रा निकाली। इस दौरान आयोजित विचार गोष्ठी में शिक्षाविद् डॉ० परमहंस पाण्डेय ने कहा कि हमेशा से संपूर्ण समाज का प्रतिनिधित्व ब्राह्मण समाज ने ही किया है, कहा कि आज हम सभी को आत्म अवलोकन करने की आवश्यकता है। परशुराम युवा मंच के अध्यक्ष सक्षम पाण्डेय ने बताया कि भगवान परशुराम ने ब्राह्मण कुल में जन्म लेकर न केवल वेद-शात्रों का ज्ञान प्राप्त किया, अपितु क्षत्रिय स्वभाव को धारण करते हुए शस्त्रों को भी धारण किया। इससे वह समस्त सनातन जगत के आराध्य तथा समस्त शस्त्र एवं शास्त्रों के ज्ञाता कहलाए। कहा कि भगवान परशुराम ब्राह्मणों के आदर्श प्रणेता है, हमें उनके आदर्शाें पर चलने की जरूरत है। जनऊबाबा साहित्यिक संस्था निर्झर के अध्यक्ष धनेश पाण्डेय ने कहा कि धर्म की स्थापना के लिए भगवान परशुराम जी ने हर युग में किसी न किसी कालखण्ड में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर अभिषेक पाण्डेय, देवेन्द्र पाण्डेय, रितेश मिश्रा, पुनीत पाण्डेय, आयुष पाण्डेय, नवनीत पाण्डेय, अनुभव पाण्डेय, सुमित पाण्डेय, अनुराग पाण्डेय आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पं० ओम प्रकाश पाण्डेय एवं संचालन उमेश चन्द्र पाण्डेय ने किया।

