
बलिया। विकास भवन में सोमवार को उस समय अफरा तफरी मच गयी जब डीडीओ की डांट से स्टेनो गौरीशंकर राम बेहोश हो गये। आनन-फानन में विकास भवन के अन्य कर्मचारियों ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार चल रहा है। वहीं उन्होंने डीडीओ से जानमाल का खतरा बताया है। सोमवार को विकास भवन में रोज की भांति कर्मचारी अपने-अपने काम में मगन थे। तभी दोपहर के वक्त विकास भवन के प्रथम तल से अचानक चिल्लाने की आवाज आई। विकास भवन के सभी कर्मचारी जो जहां थे, डीडीओ के केबिन में गए तो देखा कि स्टेनों बेहोश होकर फर्श पर गिरा है। आनन-फानन में कर्मचारियों ने उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार चल रहा है। उपचार के बाद होश आने पर स्टेनो गौरी शंकर राम ने डीडीओ पर आरोप लगाया कि डीडीओ हमेशा मुझे प्रताड़ित करते हैं। सोमवार को भी डीडीओ ने मुझे बलिया महोत्सव की फाइल पर नियम-शर्त आदि टाइप करने के लिए कहा और पूछा कि बताओ कितनी देर में कर दोगे। इस पर मेरे द्वारा कहा गया कि पांच मिनट के अंदर आपको दे रहा हूं। इस पर डीडीओ भड़क गए और मुझे गालियां दी। डीडीओ का उग्र रूप देख मैं डर गया और मुझे चक्कर आने लगा। मैं कब बेहोश होकर गिर गया मुझे कुछ मालूम नहीं है। जब मुझे होश आया तो मैं खुदको जिला अस्पताल में पाया। डीडीओ पर आरोप है कि वे आए दिन स्टेनो के साथ गाली-गलौज करते हैं तथा जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए हमेशा बेवजह डांटते रहते हैं। इस संबंध में डीडीओ ने बताया कि स्टेनो की तबियत पहले से ही खराब थी। सोमवार को मेरे द्वारा सिर्फ इतना ही पूछा गया कि आप फाइल का काम कितनी देर में कर देंगे। इस पर उन्होंने बताया कि मेरी तबियत खराब है। बाद में मुझे पता चला कि स्टेनो जिला अस्पताल में भर्ती है। स्टोनो द्वारा मेरे उपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद व निराधार है।