
पुष्पेन्द्र तिवारी
रेेवती (बलिया)। नगर सहित ग्रामीण इलाकों में रविवार को विभिन्न छठ घाटों पर व्रती महिला-पुरुषों ने अस्तलाचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य प्रदान किया। आस्था के इस महापर्व पर हजारों व्रतधारी महिला और पुरूष दोपहर बाद अपने घरों से दऊरा और सूप में पूजन सामग्री सजाकर छठघाट की ओर रवाना होने लगे थे। उनके साथ उनके परिजन एवं मोहल्ले के लोग छठ मइया के मंगल एवं भक्ति गीत गाते हुए उत्साह एवं श्रद्धा के साथ छठघाट पर पहुंच रहे थे। शाम को नगर के विभिन्न घाट देखते ही देखते व्रतियों व श्रद्धालुओं से भर गया। घाट पर पहुंचकर व्रतियों ने छठ मइया की अराधना करना प्रारंभ कर दिया। वे सूर्य के अस्त होने के इंतजार में पानी के अंदर खड़े होकर छठ मइया से मनौती मांगते रहे। अस्त होते सूरज को देखकर व्रतियों ने पहला अर्घ्य दिया। छठघाट सहित नगर के सभी चौक-चौराहे छठ गीतों से गुंजायमान रहे। नगर पंचायत द्वारा छठ घाटों पर साफ-सफाई एवं प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई थी। वार्ड संख्या 3 में कृत्रिम जलाशय एवं मूर्ति तथा महादेव स्थान पर दहताल के में पानी पर मूर्ति पांडाल आकर्षण का केन्द्र रहा।

आतिशबाजी से पोखरे में लगी आग
नगर बाजार स्थित पोखरा जहां गांधी घाट पर व्रती महिलाएं पूजन कर रही थी। वहीं पास बच्चे आतिशबाजी कर रहे थे। आतिशबाजी की वजह से पोखरे में उग आए खरपतवारों में आग लग गई। आग के विकराल रूप धारण करते ही पोखरे के किनारे के दुकानदार अपनी दुकान में रखे सामानों को खाली करने लगे। उधर नगर पंचायत के टैंकर तथा नल आदि के पानी से लोग आग पर काबू पाने का प्रयास करते रहे। थानाध्यक्ष रोहन राकेश सिंह, एसआई प्रभाकर शुक्ला सहित मय पुलिस फोर्स आग पर काबू करने के प्रयास में जुटे हुए थे। इसके समाचार लिखे जाने तक पोखरे में आग जारी थी। ज्ञातव्य हो कि उक्त पोखरे में आतिशबाजी की वजह से प्रतिवर्ष आग लग जाया करती है।