
रोशन जायसवाल
बलिया। नवरात्र और दीपावली भी बीत गया है अब सामने छठ का पर्व है और राज्यों में हो रहे चुनावों के परिणाम 3 दिसंबर को आयेंगे, लेकिन सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जहूराबाद के विधायक ओमप्रकाश राजभर के मंत्री बनने की चर्चा पर अभी फिलहाल विराम लगा हुआ है, लेकिन ओमप्रकाश राजभर का बयान यह आ रहा है कि जिस दिन मंत्री मंडल का विस्तार होगा उसमे सबसे पहला नाम मेरा होगा पार्टी के अंदर खानों में क्या है, यह तो पता नहीं, लेकीन अभी फिलहाल ओमप्रकाश राजभर की मंत्री बनने की चर्चा धीमी हो गईं है अब देखना यह होगा कि उनके भाग्य में इस बार मंत्री बनने का योग है या नहीं वैसे श्री राजभर का दावा है कि वह मंत्री बनेंगे। भाजपा के राजनैतिक गलियारों में एक चर्चा यह भी चल रही है कि बीते 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा बीना ओमप्रकाश राजभर के यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बना ली और दूसरी ओर घोसी विधानसभा के उप चुनाव में भी ओमप्रकाश राजभर का दावा हवा-हवाई साबित हुआ है। भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान को हार का भी सामना करना पड़ा है, उसके बाद भी भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व ओमप्रकाश राजभर पर भरोसा कर रही है और यह मान कर चल रही है कि श्री राजभर के मंत्री बनने से भाजपा को फायदा होगा। उधर चर्चा है कि पूर्वांचल के जाने माने नेता ओमप्रकाश राजभर को योगी के मंत्री मंडल में स्थान देने का मन पार्टी ने बनाया है, यह कब होगा, यह पता नहीं, लेकीन चर्चा चल रही है, वैसे एक चर्चा यह भी है विगत दिनों ओमप्रकाश राजभर के दिल की बात को समझने के लिए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह श्री राजभर के कार्यालय लखनऊ गए थे दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई है यह तो पता नहीं चल सका, लेकिन कुछ न कुछ जरूर था दोनों नेताओं का आपस में मिलने की जबरदस्त चर्चा भी रही। गाजीपुर जिले के जहूराबाद की जनता अपने विधायक को मंत्री के रूप मंे देखने के लिए बेताब है। उस समय कि बात है जब ओमप्रकाश राजभर भाजपा से अलग हो गये थे, ऐसे में भाजपा ने राजभर बिरादरी के सम्मान में बलिया के नेता सकलदीप राजभर को राज्यसभा में भेजा, एक नजर मे देखें तो 2017 में पहली बार यूपी में योगी सरकार बनी उसके बाद ओमप्रकाश राजभर को मंत्री बनने का अवसर प्राप्त हुआ। कुछ साल बाद ओमप्रकाश राजभर योगी सरकार से अलग हो गए और भाजपा से नाता तोडकर दिया। भाजपा राजभर वोटरों को खुश करने का प्रयास करते हुए बलिया के नेता सकलदीप राजभर को राज्यसभा का सांसद बनाया। उसके बाद मंत्री अनिल राजभर का कद बढ़ाते हुए इनका सम्मान बढ़ाया। देखना यह होगा कि क्या ओमप्रकाश राजभर से अलग हुए कुछ राजभर समाज के नेता समाज में अपनी एक अलग पकड़ बना पाएंगे। यह भी सोचने वाली विषय हो सकती है।
आगे देखिए………………….
यूपी कि तीन और बिहार की दो सीटों पर ओमप्रकाश राजभर की नजर
एक न्यूज चैनल पर सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बयान दिया है कि यूपी की तीन सीटों में यदि गाजीपुर की सीट गठबंधन की झोली में आईं तो वह अपना प्रत्याशी जरूर उतारेंगे। मिडिया के एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहाँ मेरा संबंध सबसे है यह भी सही है कि बृजेश सिंह के परिवार के लोग भी उनके संपर्क में है। ओमप्रकाश राजभर के बयान से यह मालूम हो रहा है कि बृजेश सिंह के परिवार से कोई चेहरा जरूर लोकसभा चुनाव लड़ने कि तैयारी मंे है। वैसे चर्चा यह है कि ओमप्रकाश राजभर के लिये यूपी की घोसी, चन्दौली और गाजीपुर लोकसभा सीट की डिमांड हो सकती है। हालांकि इसकी कोई पुस्टि नहीं है लेकिन चर्चा है। बिहार कि दो सीटों का नाम स्वंय ओमप्रकाश राजभर ने लिया है नवादा और बक्सर इन सीटों पर भी उनकी नजर है, देखना यह होगा कि आगे क्या होता है।