
रोशन जायसवाल,
बलिया। आगामी लोकसभा चुनाव में क्या वहीं पुराने चेहरे होंगे या पार्टी किसी और चेहरे पर मंथन करेंगी। वैसे भाजपा का सर्वे रिपोर्ट क्या है यह बताना जल्दबाजी होगी लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय यह बना हुआ है कि कुछ भी हो सकता है। पार्टी नेतृत्व इस बार के लोकसभा चुनाव में किसको अपना उम्मीदवार बनाएगी यह वक्त तय करेगा। लेकिन सांसद वीरेंद्र सिंह का दावा यह है कि मैं जहां से चाहूंगा वहां से चुनाव लड़ूंगा और यही वजह है कि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त बलिया लोकसभा क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग ले रहे है और जनता की समस्या भी सुन रहे है। इससे यह महसूस हो रहा है कि सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त बलिया से ही चुनाव लड़ेंगे। वैसे एक नाम की चर्चा और है। ऐसे में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की भी नाम की चर्चा पार्टी गलियारों में चल रही है। दिल्ली में राज्यसभा सांसद नीरज शेखर के नाम की भी चर्चा है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल बलिया लोकसभा क्षेत्र में होर्डिंग पोस्टर के माध्यम से जनता को बधाई दे रहे है। इनका भी दावा है कि वह भी चुनाव लड़ेंगे। औेर भी ऐसे दावेदार है जो भाजपा के टिकट को लेकर लखनऊ और दिल्ली का चक्कर लगा रहे है। 2014 मे ंसांसद भरत सिंह को टिकट मिला और वह मोदी लहर में चुनाव जीत गये। उन्हें यह भरोसा था कि 2019 में भी उन्हें टिकट मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उनका टिकट कटा और सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को टिकट मिला। भाजपा ने चेहरा बदला और उसका फायदा पार्टी को मिला और वीरेंद्र सिंह मस्त बलिया के सांसद बने।
इनसेट
चुनाव परिणाम के बाद लोकसभा चुनाव पर होगा ध्यान
तीन दिसंबर को पांच राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा लोकसभा चुनाव पर फोकस करेगी। वैसे अभी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता विधानसभा चुनावों में लगे हुए है। इसके कारण अभी लोकसभा चुनाव पर फोकस नहीं बन पा रहा है। लेकिन जैसे विधानसभा चुनाव का परिणाम आएगा उसके बाद भाजपा का निशान लोकसभा चुनाव पर होगा। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों के चयन पर भी पूरा फोकस होगा।