
नगरा (बलिया)। मुम्बई दुर्घटना में मृत अरविन्द की लाश घर पहुंचते ही पसरा सन्नाटा कोहराम मे बदल गया। पत्नी पिता माता भाई सभी दहाड़े मार कर रोने बिलखने लगे। इनकी मौत से मानो पहाड़ टूट पडा हो सभी लोगों के आखे भर आयी। परिवार के करुण क्रन्दन से पूरा वातावरण गमगीन हो गया। घटना के दिन से ही क्षेत्र मे मातम छाया हुआ था। बृहस्पतिवार को मुम्बई से शव वाहन लेकर घर पहुंचा तो सारा माहौल ही मातम मे बदल गया। उनकी अन्त्येष्टि बलिया के बयासी घाट पर हुआ। मुखाग्नि पिता शर्मानन्द उपाध्याय ने किया। मृतक अरविंद मुम्बई के कन्सट्रक्शन कम्पनी मे वतौर सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे। कम्पनी मे हादसे का कारण बनी एक विशेष प्रयोजन वाली मोबाइल गैन्ट्री क्रैन थी, जिसका उपयोग पुल और राज्य मार्ग के निर्माण परियोजना मे गर्डर लगाने में किया जाता था। जिसके क्रैश करने से बड़ा हादसा हो गया। इसी मे फंसकर नगरा निवासी 35 वर्षिय अरविन्द उपाध्याय पुत्र शर्मा नन्द उपाध्याय की मौत हो गयी। इस मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर, राजीव सिंह चन्देल, अरविन्द सिंह, निर्भय प्रकाश, अनिल सिंह, देवेन्द्र सिंह, दिनेश पाण्डेय, डीएन प्रजापति देवा भाई, राजू सोनी, राजेश पाण्डेय, काशी नाथ जायसवाल, भूपेंद्र सिंह, लाल बहादुर सिंह, सहित क्षेत्र के सैकड़ों गणमान्य लोगों ने आवास पर जाकर शोक जताया।