पहले अखिलेश उसके बाद पहुंचे अम्बिका….

रोशन जायसवाल

बलिया। सत्ता को पाने के लिए अखिलेश यादव इन दिनों जबरदस्त तैयारी में है। जो भी चेहरे पार्टी से निष्कासित हो चुके हैं उनको पुन: पार्टी में शामिल कराकर अखिलेश यादव सत्ता में पुन: आना चाहते है।
यही वजह रही कि पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी को अखिलेश यादव ने पूरे सम्मान के साथ पार्टी में शामिल ही नहीं किया, बल्कि उनके आंसू भी पोछने का काम किया है । हुआ यूं कि लखनऊ पार्टी कार्यालय में जब अखिलेश के बगल में अम्बिका बैठे, उस समय अखिलेश यादव उनको बार-बार देखते रहे। उसके बाद अखिलेश ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया और उनको बूके देकर उनका पार्टी में सम्मान बचाया। उसके बाद अखिलेश ने माइक की तरफ इशारा करते हुए अम्बिका चौधरी को बोलने को कहा। जब अम्बिका माइक से बोलना शुरू किये उनके आंखों से आंसू टपकने लगे और अखिलेश भी भावुक हो गए। अम्बिका ने कहा कि मेरा इस पार्टी में पुन: जन्म हो रहा है। मैंने नेता जी के साथ रहकर पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है, लेकिन आज जो सम्मान अखिलेश यादव ने मुझे और बलिया के लोगों को दिया है। उसे मैं जीवन भर नहीं भुलूंगा।

क्या हुआ था 2017 में…
2012 में जब अखिलेश यादव यूपी के सीएम बनें, उनकी नजर में कार्यकर्ताओं की मेहनत और लगन ही उनके मिशन की कामयाबी रही। जब यूपी-2017 का चुनाव नजदीक आया तो धीरे-धीरे अखिलेश आपराधिक छवि के नेताओ व पार्टी विरोधी कार्य में लिप्त लोगों को पार्टी से धीरे-धीरे किनारे करते गए। यही नहीं सबसे पहले अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल को अपनी नजर से दूर किया। उसके बाद मुख्तार अंसारी सहित उनके दोनों भाई को भी पार्टी से दूर किया। उसके बाद सरकार में रहे मंत्री अम्बिका चौधरी, नारद राय को भी टिकट से दूर रखा। अखिलेश से नाराज चल रहे अम्बिका चौधरी और नारद राय व अंसारी परिवार के लोग मुलायम सिंह यादव से मिले। लेकिन मुलायम सिंह यादव भी इनके टिकट के लिए अखिलेश यादव पर दबाव नहीं बना पाए। नतीजा यह हुआ कि अम्बिका और नारद को अखिलेश की साइकिल छोडऩा पड़ा और मायावती के साथ होने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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अम्बिका के स्वागत में ये रहे अखिलेश के करीब
बलिया। लखनऊ पार्टी कार्यालय पर मुख्य रूप से अखिलेश यादव के मंच पर रहे पूर्व मंत्री व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष आनन्द चौधरी , सनातन पांडेय, लक्ष्मण गुप्ता, कामेश्वर सिंह, डा. शुएबुल इस्लाम, सुशील पांडेय कान्ह जी , बब्लु तिवारी, पूर्व विधायक मंजू सिंह, जेपी अंचल, अनिल राय, राजनारायण यादव, व्यास जी गोंड़, गुड्डु राय, शशांक शेखर तिवारी , पूना सिंह, अमित यादव,
वीर लाल यादव, संग्राम यादव, राजमंगल यादव, पूर्व सांसद रमाशंकर विद्यार्थी, मनोज सिंह, रामजी गुप्ता , विकेश सिंह, शशिकान्त चतुर्वेदी, पूर्व विधायक सुभाष यादव, गोरख पासवान, मीना तिवारी, राजीव राय, भुनेश्वर चौधरी, अजित मिश्र, विनायक मौर्या, संजय भारती हिमांशु त्रिपाठी, वंशीधर यादव मिठाई लाल भारती, सन्तोष राम व सन्तोष भैया आदि रहे।

 

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