
बलिया। समाजवादी पार्टी से नगर पालिका परिषद बलिया के अध्यक्ष पद हेतु प्रत्याशी की घोषणा होते ही लगभग दो दशक से पार्टी की सेवा करते आ रहे निषिध श्रीवास्तव निशु बागी हो गये। आखिरकार दो दशक के बाद उनके सब्र का बांध टूट ही गया। सपा से टिकट नहीं मिलने पर नाराज निशु श्रीवास्तव ने बगावती तेवर अपना लिया। निषिध श्रीवास्तव ने निर्दल उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरने का फैसला किया है। चर्चा है कि इससे सपा की मुश्किलें बढ़ सकती है। सपा के शीर्ष नेतृत्व ने पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता को अपनी प्रत्याशी घोषित करते हुए टिकट दिया है। हालांकि नगरपलिका परिषद बलिया के अध्यक्ष पद के लिये नीशू ने भी टिकट के लिए आवेदन किया था। निषिध श्रीवास्तव ने अपने समर्थको के साथ एक बैठक की, जिसमे निर्दलीय रूप से चुनाव लड़ने का निर्णय किया गया। श्री निशु ने कहा कि जिलाध्यक्ष द्वारा मुझको धोखे में रखकर मेरे साथ विश्वासघात किया गया है। कहा कि मैने अपनी जवानी के 20 वर्ष समाजवादी पार्टी को दिया। आरोप लगाया कि बलिया में सपा पांच लोगों के हाथों में कैद हो गयीं है। विधानसभा चुनाव लड़ने वाले ही नगर पालिका का टिकट मांग रहे हैं और पार्टी उन्हीं को दे रही है। अखिलेश यादव को आइना दिखाते हुए कहा पांच आदमी से पार्टी नहीं चलती। नीशू श्रीवास्तव ने समर्थकों के समर्थन से निर्दल उम्मीदवार के तौर पर नगर निकाय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है।

