
अरविंद कुमार पाठक,
लालगंज (बलिया)। कोरोना काल के एमडीएम व एसएमसी खाते से बारह लाख रुपए गबन करने, किचेन गार्डेन के पैसे अतिरिक्त पैसे का गबन में बैठी जांच में शिथिलता व जांच के नाम पीआर हो रही खानापूर्ति से नाखुश ग्राम प्रधान ने महानिदेशक स्कूली विभाग के यहां पत्र लिखकर स्वयं से अभिलेखीय जांच कराने की मांग किया है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा के यहां लक्ष्मीपुर के ग्राम प्रधान चुनमुन राम ने पत्र लिखकर स्वयं से अभिलेखीय जांच कर दोषियों पर कार्यवाइ की मांग किया है। आरोप है कि कोरोना काल 2020 से 2022 के बीच तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य ने गलत तरीके से एमडीएम का पैसा बच्चो के खाता में न डालकर अपने लड़के के खाते में ट्रांसफर कराकर हड़प लिए है। कई बार अभिभावक इसके लिए प्रधानाध्यापक से मांग भी किए पर बच्चों के खाते में पैसे नही डाले गए। इसके अलावा आरोप है कि 2014 में अतिरिक्त कक्ष का आया पैसा, किचेन गार्डेन का पैसा, कंपोजीट ग्रांट के धनराशि के पैसे का गमन किया गया है। आरोप है कि प्रधानाध्यापक ने 13 फरवरी 2023 को मेरे जाली हस्ताक्षर बनाकर पैसे का आहरण कर लिया है। जिसको लेकर बीएसए ने उन्हें करीब चार माह से निलंबित कर जांच बैठा दिया है पर चार महीने बाद भी जांच अधिकारी द्वारा कही जांच नही किया जा रहा जांच में शिथिलता बरती जा रही है। वर्तमान प्रधानाध्यापक से इस संदर्भ में बात किया जाता है तो उनका कहना होता है पूर्व प्रधानाध्यापक के द्वारा कोरोना काल का हिसाब किताब का रजिस्टर चार्ज में नही दिया गया है। इन सब बातो को ध्यान रखकर महानिदेशक से स्वयं जांच कर दोषी के खिलाफ कार्यवाई की मांग ग्राम प्रधान ने किया है।