Ballia : सनबीम स्कूल में करियर मेला का आयोजन, एक्सपर्ट ने दिये एक से बढ़कर एक टिप्स
बलिया। सनबीम स्कूल में मंगलवार को विद्यालय प्रांगण में करियर फेयर का आयोजन किया गया। इस मेले में देशभर के कई प्रसिद्ध यूनिवर्सिटीज क्रमशः पारुल यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, एलपीयू, चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज, गीतम यूनिवर्सिटी, फिट जीई स्कूल, एसपी जैन ग्लोबल, बीआरडीएस, सेंचुरियन यूनिवर्सिटी, जीनियट, बेनेट यूनिवर्सिटी, क्वांटम यूनिवर्सिटी आदि के विशेषज्ञ एवं करियर सलाहकार उपस्थित थे।
इस दौरान बेनेट यूनिवर्सिटी तथा क्वांटम यूनिवर्सिटी द्वारा कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए नए युग और उभरते करियर विकल्प तथा इंटरडिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड पैशन प्रोग्राम विषय पर वर्कशॉप भी आयोजित किया गया था, जिसमे विद्यार्थियो के कई समस्याओं को सुलझाया गया। विद्यार्थियों के हित में आयोजित इस करियर फेयर में जिले के सूर्यबदन विद्यापीठ, बसंतपुर, पीएम श्री जेएनवी, सिहंचवर, जीआईसी बलिया, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर, सनबीम स्कूल मऊ, सेंट जेवियर्स धरहरा, बलिया तथा महर्षि वाल्मिकी विद्या मंदिर के कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थी उपस्थित थे।
उद्घाटन विद्यालय के सचिव अरूण कुमार सिंह द्वारा तुलसी वेदी पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। निदेशक डॉ. कुंवर अरुण सिंह ने सभी यूनिवर्सिटीज से आए एक्सपर्ट्स का पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। मेले में आए विभिन्न यूनिवर्सिटीज से आए करियर एक्सपर्ट्स और काउंसलर्स ने विद्यार्थियों को उनकी प्रतिभा, इच्छा, उचित कार्यक्षेत्र के निमित्त सुझाव एवं जानकारी प्रदान की।
विद्यालय निदेशक ने समझाया करियर मेले का अर्थ
इस अवसर पर विद्यालय निदेशक डॉ कुंवर अरुण सिंह ने उपस्थित विद्यार्थियों को करियर मेले का अर्थ समझाते हुए कहा कि अपने कार्यक्षेत्र में उन्हें इस अवसर का सदुपयोग करना है। श्री सिंह ने कहा कि कक्षा 12 में आते ही विद्यार्थियों को सबसे अधिक भविष्य की चिंता सताने लगती है और सम्पूर्ण जानकारी के अभाव में विद्यार्थी गलत कार्यक्षेत्र चुन लेते है और पछताते हैं। ऐसे में इस तरह का मेला विद्यार्थियों को विभिन्न जानकारी एकत्रित करने और अपने भविष्य हेतु विषय चुनाव में शोध करने हेतु सहायता करेगा।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के काउंसलर निखिल राय द्वारा किया गया था। इस अवसर पर विद्यालय प्रशासक संतोष कुमार चतुर्वेदी, विद्यालय डीन शहर बानो, हेडमिस्ट्रेस नीतू पाण्डेय आदि का योगदान सराहनीय रहा।