सिविल के अधिवक्ताओं ने ए डी जे प्रथम को दी भावभीनी विदाई

सिविल बार अध्यक्ष ने स्मृति चिन्ह व शाल ओढ़ाकर दी विदाई का सम्मान
बलिया। चाहे वो प्रशासनिक विभाग हो या न्यायिक सेवा या कोई भी सरकारी सेवा हो सेवानिवृति तो निश्चित ही होता है। जैसा कि ए डी जे प्रथम एन के साहब रिटायर्ड हो गए, लेकिन सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल कर सेवानिवृत हुए। इनका प्रत्येक संगठन द्वारा सम्मान किया जा रहा है। यही सेवा का सबसे ज्यादे उपलब्धि इनके सेवा काल का है जो देखने को मिल रहा है। उक्त उदगार जिला एवं सत्र न्यायाधीश अमित पाल सिंह ने सिविल बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित सिविल बार एसोसिएशन के ऊपरी तल पर विदाई समारोह में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किया। उन्होंने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ए डी जे प्रथम साहब आप जहां कही भी रहे खुश रहे यही मेरी व न्यायिक परिवार का आपके लिए शुभकामना है। इससे पूर्व अपर जिला जज प्रथम (नवागत) अरुण कुमार ने अधिवक्ता एवं न्यायिक परिवार के प्रति कृतज्ञता जताई तथा आभार व्यक्त किया।


क्रिमिनल एंड रेवेन्यू बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र नाथ मिश्रा ने न्यायिक अधिकारी एवं अधिवक्ताओं के साथ पुराने संबंधों को दुहराया तथा सेवानिवृत ए डी जे प्रथम,एन के सिंह को भोजपुरिया सम्राट की उपाधि दी और उनके विशेषताओं का उल्लेख किया। इसी के साथ अंत में सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार दुबे ने सेवानिवृत ए डी जे प्रथम को भृगु बाबा के स्मृति चिन्ह तथा अंगवस्त्रम से भेंट किया और आभार जताया। इस कार्यक्रम में ए डी जे पॉक्सो कोर्ट प्रथमकांत, ए डी जे रविकरन सिंह, स्पेशल जज महेशचंद्र वर्मा, ए डी जे प्रमोद कुमार गैंगवार, स्पेशल जज गैंगेस्टर कोर्ट नीलम ढाका, ए डी जे ज्ञानप्रकाश तिवारी, ए डी जे रामकृपाल, ए डी जे हरिश्चंद्र, सी जे एम पराग यादव, सिविल जज (सी डी) गार्गी शर्मा, अपर सी जे एम प्रथम कविता कुमारी, सिविल जज (सी डी) एफ टी सी विराटमणि त्रिपाठी, जूडिशियल मजिस्ट्रेट चंदन सिंह आदि न्यायिक अधिकारी तथा वरिष्ठ व कनिष्ठ अधिवक्ता गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार ओझा वरिष्ठ अधिवक्ता ने किया।
त्रिभुवन नाथ यादव एडवोकेट
