
बेरुआरबारी (बलिया)। शिक्षक समाज का दर्पण होता है। समाज में व्याप्त बुराइयों को कुचलने में शिक्षक की अहम् भूमिका होती है। उक्त बाते सेवानिवृत शिक्षक सम्मान समारोह व चैत्र महोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति गढ़वाल विश्वविद्यालय पौड़ी उत्तराखंड लल्लन सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि सही मायनों में कहा जाए तो एक शिक्षक ही अपने विद्यार्थी का जीवन गढ़ता है और शिक्षक ही समाज की आधारशिला है। उन्होंने कहा की माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं। उनका स्थान कोई नहीं ले सकता, उनका कर्ज हम किसी भी रूप में नहीं उतार सकते, लेकिन एक शिक्षक ही है जिसे हमारी भारतीय संस्कृति में माता-पिता के बराबर दर्जा दिया जाता है, क्योंकि शिक्षक ही हमें समाज में रहने योग्य बनाता है। इसलिए ही शिक्षक को समाज का शिल्पकार कहा जाता है।


विशिष्ट अतिथि सजपा प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह अन्नू ने कहा की गुरु या शिक्षक का संबंध केवल विद्यार्थी को शिक्षा देने से ही नहीं होता बल्कि वह अपने विद्यार्थी को हर मोड़ पर राह दिखाता है और उसका हाथ थामने के लिए हमेशा तैयार रहता है। इस मौके पर सेवा निवृत 23 शिक्षकों को अंग वस्त्रम, बाबा शोक हरणनाथ स्मृति चिन्ह व माला पहनाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प व दीप प्रज्वलित कर किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत सदाफल देव इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य आशीष प्रताप सिंह व प्रदेश प्रवक्ता सुनील सिंह द्वारा अंग वस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले पूर्व शिक्षक में हरिहर मिश्रा, रामप्रवेश सिंह, सूर्यनारायण सिंह, बुचन सिंह, रामाशीष सिंह, शंभूनाथ वर्मा, रामनाथ सिंह, वीरेंद सिंह, रामनाथ सिंह, विजय सिंह, वृजमोहन प्रसाद अनाड़ी, शुभ नारायण वर्मा, शुखदेव सिंह, हरिहर दूबे, राजकिशोर सिंह, बद्रीनाथ सिंह आदि रहे। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख चंद्रभूषण सिंह, आशीष सिंह, डॉ हरिमोहन सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख अशोक यादव, रूद्र प्रताप सिंह, हरेंद्र सिंह, जितेंद्र प्रताप सिंह, संजय दूबे, शैलेन्द्र यादव, प्रो. पप्पू सिंह, उमेश मिश्रा आदि रहे। अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह और संचालन मुन्ना सिंह ने किया। सबके प्रति आभार प्रकट सुनील सिंह, संजय सिंह, आशीष सिंह ने किया।
रात भर झूमते रहे संगीत प्रेमी
चैता कार्यक्रम के दौरान गायक ब्यास अजीत हलचल बिहार व ब्यास स्वामी नाथ उत्तर प्रदेश के गानो पर रात भर क्षेत्र हजारों संगीत प्रेमी झूमते रहे।
