Ballia : दीवानी न्यायालय के दो फांड होने से उहा पोह की आई स्थिति

सिविल के अधिवक्ता अनिश्चित कालीन किए हड़ताल
मंगलवार को परिवार न्यायालय वापसी को लेकर फौजदारी के भी वकील नहीं किए कार्य
बलिया। एक तरफ चौदह कक्षीय न्यायालय में धड़ा धड़ कम्प्यूटर कक्षों का उद्घाटन हो रहा है, तो दूसरी तरफ सिविल के अधिवक्तागण चौदह कक्षीय न्यायालयों में जाने को तैयार नहीं है तथा अधिवक्ता अनवरत हड़ताल पर है। बीच में वादकारी पीसे जा रहे है, काफी दूर-दराज से वादकारी आते हैं और सामान्य तारीखें लेकर वापस घर लौट जाते है। पूर्व निर्धारित घोषणा के अनुरूप परिवार न्यायालय को लेकर फौजदारी के अधिवक्ता भी दिनभर कार्य नहीं किए और हड़ताल पर रहे। उधर बुजुर्ग अधिवक्ताओं का कहना है कि इतनी लम्बी सीढ़ी चढ़कर नवनिर्मित कोर्ट में उपस्थित होना संभव नहीं है। युवा अधिवक्ता तो वहां जा भी सकते है, लेकिन बुजुर्ग के लिए भीड़भाड़ में जाना और वकालत करना मुश्किल लग रहा है। फौजदारी के अधिवक्ताओं ने जिला जज अमित पाल सिंह को अल्टीमेटम दे दिया है कि एक सप्ताह के अंदर परिवार न्यायालय वापस नहीं आता है तो हम लोग अगली रणनीति मीटिंग करके तय करेंगे।
त्रिभुवन नाथ यादव एडवोकेट

