Ballia : शिक्षा के मंदिर का स्थापना सबसे बड़ा पुनीत कार्य: बोले सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी
बलिया। शिक्षा क्षेत्र बेरुआरबारी श्री राम झलक चौबे पूर्व माध्यमिक विद्यालय टंडवा के संस्थापक स्व.श्रीराम चौबे का श्रद्धांजलि सभा विद्यालय परिसर में आयोजित किया गया। जिसमे उपस्थित लोगों ने श्रीराम चौबे के स्मृतियों को प्रणाम करते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना किया।
स्मरण रहे कि 30 नवंबर को श्रीराम चौबे ने पटना स्थित अपने निज आवास पर 94 वर्ष की आयु में अंतिम सांस लिया था। स्व चौबे जी की प्राथमिक शिक्षा गांव पर हुई थी उच्च शिक्षा बलिया से प्राप्त करने के बाद बिहार चले गए जहां उन्होंने काफी प्रसिद्धि पाई वे बिहार प्रांत के प्रसिद्ध उद्योगपति थे। उनके दो पुत्र है जो बड़े पुत्र गुजरात में तथा छोटे पुत्र पटना में व्यापार देखते हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ मनोज कुमार चौबे व विद्यालय के प्रबंधक विनोद कुमार चौबे ने श्रीराम चौबे के चित्र पर मल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर शिक्षक नेता सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के मंदिर का स्थापना करना समाज के विकास हेतु सबसे बड़ा कार्य है और इस कार्य को श्रीराम चौबे ने किया। उसकी स्मृति इस क्षेत्र में प्रकाश पुंज का स्वरूप हैं। इस अवसर पर सुभाष ओझा, वाचस्पति चौबे, रामराज तिवारी, घनश्याम चौबे, नारद सिंह, दयाशंकर पाण्डेय, हृदय नारायण तिवारी, अशोक केशरी, अनिल सिंह, लक्ष्मण यादव, ब्यासजी यादव, संजय दुबे, श्यामणरायण यादव, पुष्पराज सिंह, ओंकार सिंह, बृजेश सिंह आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता कवि विजय मिश्र व संचालन रविशंकर गुप्त ने किया।