Ballia : एसपी के तबादले के पीछे किसका है हाथ, जानना चाहती है जनता
बलिया। बलिया के एसपी विक्रांत वीर उस वक्त जिले की कमान संभाले जब बीते जुलाई माह में यूपी बिहार सीमा भरौली पर गौ तस्करी और अवैध वसूली का भंडाफोड़ हुआ। इसमें एसपी देवरंजन वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा शंकर त्रिपाठी, थानेदार पन्नेलाल सहित कई पुलिस के जवान हटाया गया और उन पर काररवाई की गयी। शासन की नजर में सबसे भरोसेमंद एसपी विक्रांत वीर को बलिया का एसपी इसलिये बनाया गया कि जिले में अवैध वसूली व अवैध कारोबार पर रोक लग सके। करीब 27 जुलाई को एसपी विक्रांतवीर ने जिले की कमान संभाली थी।
करीब पांच महीने बीते भी नहीं थे कि उनका तबादला देवरिया के लिये कर दिया गया। तबादले के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चा यह होती रही कि इसके पहले भी एसपी थे जो साल भर से उपर तक जिले की कमान संभालते रहे। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था तो एसपी का तबादला आखिर क्यों हो गया। सूत्र यह बता रहे है कि एसपी ने अवैध शराब कारोबार पर पूरी तरह से नकेल कस दिया था। अवैध शराब कारोबारियों को एसपी विक्रांत वीर का जिले में रहना खल रहा था, ये भी कारण हो सकता है। दूसरी चर्चा यह हो रही कि एसपी विक्रांत वीर का परिवार लखनऊ रह रहा था, वह लखनऊ के आसपास जिलों में रहना चाहते थे। लेकिन यह चर्चा इसलिये सटीक नहीं बैठ रही कि विक्रांतवीर को देवरिया भेजा गया। तीसरे चर्चा यह भी हो रही है कि कुछ इंस्पेक्टर और थानेदार एसपी के कार्यशैली से नाराज थे। इनका भी जुगाड़ कही न कहीं सत्ता के बीच बैठे लोगों में रही होगी। यह वजह हो सकता है कि उनका स्थानांतरण गैर जनपद के लिये कर दिया गया।