Ballia : आदिवासी जननायक जयपाल सिंह मुंडा की मनाई गई 123वीं जयन्ती
भारत रत्न देने की उठाई गयी मांग
बलिया। महान आदिवासी जननायक जयपाल सिंह मुंडा की 123वीं जयन्ती समारोह बलिया सदर मॉडल तसहील कम्पनी बाग के समीप गोंडवाना गणतंत्र पार्टी व ऑल गोंडवाना एसोसिएशन (आगसा) के संयुकत तत्वावधान में उनके चित्र पर फूल, माला श्रद्धांसुमन अर्पित कर जयपाल सिंह मुंडा अमर रहे के जयघोस के साथ पूरे उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर गोंडवाना विचारक छितेश्वर प्रसाद गोंड ने उनकी जिवनी व आदिवासी संघर्ष गाथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जयपाल सिंह मुंडा इंगलैड के कैम्ब्रीज विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के पश्चात् इंडियन सिविल सर्विसेज (आईसीएस) की परीक्षा पास किये थे, लेकिन आईसीएस की उच्च सरकारी नौकरी करने के बजाय ओलम्पिक में भाग लेकर भारत को पहली बार हॉकी में स्वर्ण पदक दिलाकर देश को गौरवान्वित कराने का काम किये। देश लौटने के पश्चात् आदिवासी महासभा से जुड़कर भारत के आदिवासी हितों की रक्षा के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। संविधान सभा के सदस्य चुने जाने के पश्चात् जयपाल सिंह मुंडा संविधान सभा में बड़े ही प्रमुखता से आदिवासीयत व आदिवासी समुदाय के आवाज को बुलंद करते रहे और उनके संविधानिक अधिकारों को दिलाने का काम किये। ऐसे आदिवासी जननायक महापुरूष जयपाल सिंह मुंडा पर भारत के सभी आदिवासी समुदाय को नाज व गर्व है। ये भारत के आदिवासियों के संघर्ष के लिए प्रेरणास्रोत है। जयपाल सिंह मुंडा के आदिवासी विचारों, लेखों को अध्ययन आन्दोलन के तहत हर आदिवासी समुदाय को आत्मसात करने की जरूरत है तथा इनके लेखों और रचनाओं को शैक्षणिक पाठ्य पुस्तकों में शामिल कर उन पर शोध कार्य प्रारम्भ किये जाने की आवश्यकता है इसके साथ ही जयपाल सिंह मुंडा जी को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग को ऑल गोंडवाना स्टूडेन्ट्स एसोसिएशन (आगसा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज शाह ने प्रमुखता से उठाया। जयपाल सिंह मुंडा जयन्ती कार्यक्रम की अध्यक्षता गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला संरक्षक सुमेर गोंड तथा संचालक बलिया तहसील इकाई अध्यक्ष संजय गोंड ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गोंडवाना विचारक छितेश्वर गोंड के अलावा मनोज शाह, सुरेश शाह, एडवोकेट अशोक गोंड, अरविन्द गोंडवाना, लल्लन प्रसाद गोंड, मोहन गोंड, नमोनरायन गोंड, बच्चा लाल गोंड, अरविन्द गोंड, ओमप्रकाश गोंड, ऋतिक गोंड, लक्ष्मन गोंड, शंकर गोंड, रोहित गोंड, अवधेश गोंड, जितेन्द्र गोंड, रामचन्द्र गोंड मौजूद रहे।