Ballia : 1.25 लाख दीपों से जगमग हुआ चैनराम बाबा समाधि स्थल
रोशन जायसवाल/आनंद सिंह पिंटू
सहतवार। नगर पंचायत के बहुचर्चित योगीराज श्री चैनराम बाबा समाधि स्थल प्रांगण में शनिवार की सायं लगातार सातवें वर्ष भी देव दीपावली महोत्सव का आयोजन समाजसेविका नीतू सिंह के नेतृत्व में 125000 दिये एक साथ जलाए गए। दीपोत्सव में आए सलेमपुर सांसद रविंद्र कुशवाहा, विधायक केतकी सिंह, जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू, पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद शंकर दुबे को नगर पंचायत सहतवार के सभासदों सग नीतू सिंह ने 101 किलो का माला पहनाकर स्वागत किया। साथ ही सभी अतिथियों को श्रीमती सिंह द्वारा बुके, अंगवस्त्र एव स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों को शशिकांत सिंह व नीतू सिंह के साथ पूजन किया गया एवं वाराणसी से आए गंगा सेवा सदन के विद्वत विद्वानों द्वारा महाआरती की गई। चैनराम बाबा समाधि स्थल पर देव दीपावली के लिए पूरा मंदिर परिसर की साफ-सफाई कर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। शाम 6ः15 बजे के करीब ब्राह्मणों द्वारा मंत्र उच्चारण कर नीतू सिंह के हाथों दीप प्रज्जवलित कराया गया। तब जाकर सभी ने एक साथ 125000 दिए जलाए। कार्यक्रम में सुरक्षा की दृष्टिकोण क्षेत्राधिकारी मोहम्मद फहीम कुरैशी, थानाध्यक्ष वीरेंद्र मिश्र, चौकी प्रभारी वंश बहादुर सिंह सहित कई थानों की फोर्स के साथ पीएसी के जवान चक्रमण करते देखे गए।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य विनय मिश्र, जिला पंचायत सदस्य राणा प्रताप यादव, धर्मनाथ सिंह, हरेराम सिंह, सूर्यकांत सिंह, बंटी गुप्ता, रितेश सिंह, योग गुरु निलेश उपाध्याय, रंजन सिंह, सुनील सिंह, नरेंद्र पांडे, मिथिलेश तिवारी, बब्बन सिंह, सुनील शाह, ठाकुर दीपक सिंह, सभासद बबलू पांडे, विजय प्रताप सिंह, रामू सिंह, अनूप सिंह, विक्रांत सिंह, आशीष गुप्ता आदि मौजूद रहे।
सभी जीवन मंें प्रकाश हो, दीपोत्सव का लक्ष्य: नीतू सिंह
दीपोत्सव संपन्न होने के बाद कार्यक्रम की संयोजक नीतू सिंह ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनमानस में धर्म की भावना को विकसित करने एवं सभी के जीवन में प्रकाश की भावना बनी रहे, यही दीपोत्सव का लक्ष्य था। बताया कि सभी धर्मनुरागी नगर सहित क्षेत्रवासी अपने इस कार्यक्रम में एक दीप राष्ट्र के नाम, एक दीप स्वतंत्रता सेनानी के नाम, एक दीप असत्य पर सत्य की जीत के नाम, एक दीप अंधकार से प्रकाश के नाम, एक दीप जीवन में खुशहाली के नाम जलाया जाए। जिससे समाज में फैली नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा का बढाव हो। अंत में इस नेक कार्य हेतु श्रीमती सिंह ने सभी को धन्यवाद दिया।