
बिल्थरा रोड (बलिया)। नगर पंचायत और ब्लॉक में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लोगों से 12 लाख रुपये ले चुके जालसाज को पीड़ितों द्वारा एक स्कॉर्पियों संग पकड़कर तहरीर के साथ उभांव पुलिस के हवाले कर दिया गया। यह वाक्या उस समय हुआ, जब वह पीड़ित पक्ष से पांच लाख रुपये और वसूलने के चक्कर में था। उभांव पुलिस ने अभियुक्त को सुसंगत धाराओं में निरुद्ध कर चालान न्यायालय भेज दिया। बताया जा रहा है कि संतोष पाठक पुत्र कमलेश पाठक (निवासी-डोमनपुरा, थाना-सिकंदरपुर, बलिया) बिल्थरारोड क्षेत्र के पांच लोगों से ब्लॉक और नगर पंचायत ने नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 12 लाख रुपये वसूला था। गुरुवार को संतोष पाठक और लोगों से पैसा लेने के लिए पहुंचा था, लेकिन ठगी के शिकार लोग उससे सभी पैसे वापस मांगने लगे तो वह धमकी देने लगा। इससे नाराज लोगों ने ग्रामीणों की मदद से उसे हल्दीरामपुर गांव के पास पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। उभांव थाना क्षेत्र के ग्राम चौनपुर गुलौरा निवासी पीड़ित जनक कुमार गुप्ता ने बताया कि उसने अपनी तीन पुत्री की नौकरी के लिए 8 लाख 80 हजार रुपया संतोष पाठक को दिया था। वहीं बुद्धिपुर निवासी आयुष सिंह पुत्र प्रमोद सिंह व चैैनपुर गुलौरा निवासी अनूप कुमार पुत्र बसन्त तुरहा ने 1.75 लाख, 1.75 लाख अपनी नौकरी के लिए दिया था। इसके अलावे शैक्षणिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड की छाया प्रति, पैन कार्ड, बैंक पास की कापी, तका एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर भी करा लिया था। आरोपी संतोष पाठक ने सभी को नगर पंचायत रतसर, नगर पंचायत नगरा, ब्लॉक रसड़ा और ब्लॉक नगरा में लिपिक के पद पर नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था। नियुक्ति पत्र देने के लिए पांच लाख रुपया की और मांग किया था। उभांव उभांव थाने के प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त संतोष पाठक को भादसं. की धारा 419/ 420/ 467/468 /471 /406/504 /506 की धाराओं में निरुद्ध कर चालान न्यायालय भेज दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। न्यायालय चालान किये जाने से पूर्व अभियुक्त का डाक्टरी परीक्षण भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सीयर में कराया गया।