
-गौरीशंकर राय जैसे नेताओं से लेनी चाहिए सीख
बलिया। गौरीशंकर राय कन्या महाविद्यालय करनई में आयोजित गौरीशंकर राय जन शताब्दी समारोह में शनिवार को पहुंचे पूर्व मंत्री अजय राय ने स्व. राय को श्रद्धांजलि अर्पित किया। कहा कि गौरीशंकर राय ने साइकिल चलाकर राजनीति शुरू की थी। जो हम बोलते ही उसे अपने अंदर उतारना पड़ेगा और दृढ़ संकल्पित होना पड़ेगा। सिर्फ बोलने से समाज नहीं बदलने वाला। हमको एक साथ मिलकर काम करना होगा और गौरीशंकर राय के बताये मार्गों पर चलना होगा।


कहा कि जो सपना उन्होंने देखा था, उसे साकार करने के लिए हमे आगे बढ़ना चाहिए। परिवर्तन तभी होगा, जब हम अपनी सोच को बेहतर बनायेंगे। हमे समाज हित में उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। स्व. राय आजीवन संघर्ष करते रहे और समाज की बेहतरी के लिए चलते रहे। बड़ी से बड़ी चुनौती आयी, लेकिन वह पीछे नहीं हटे। शताब्दी समारोह में दूर-दूर से लोग आये है।

इससे साबित हो रहा है कि गौरीशंकर राय ने समाज के लिए जो किया है, उनके सम्मान में हम सब मंच पर एक साथ बैठे है। पूर्वांचल का कोई ऐसा जिला नहीं है, जहां से लोग कार्यक्रम में नहीं आये हो। ऐसे व्यक्तित्व को हमें नमन करने का अवसर मिल रहा है। उनके अंदर संघर्ष करने की क्षमता थी। आज विधायक, मंत्री, सांसद बन रहे है, लेकिन त्याग एवं तपस्या गौरीशंकर राय के अंदर थी।

इसकी बदौलत वह लोकसभा में पहुंचे। अभाव क्या होता है। उन्होंने इसे देखा एवं समझा है। गरीब-पीड़ित लोगों के साथ रहकर उनका उद्धार एवं सम्मान किया है। गौरीशंकर राय जैसा नेताओं से जनप्रतिनिधियों को सीख लेनी चाहिए।

कांग्रेस भवन पर पहुंचे अजय राय
बलिया। पूर्व मंत्री अजय राय जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर पहुंचे। यहां लगभग आधा घंटे तक वह पार्टी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के बीच रहे और पार्टी को मजबूत बनाने पर चर्चा करते रहे। यहां लोकसभा चुनाव-2024 पर भी चर्चा हुई। श्री राय के स्वागत में पदाधिकारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की। इस अवसर पर ओमप्रकाश पांडेय, राघवेन्द्र सिंह, मुन्ना उपाध्याय, उषा सिंह, उमाशंकर पाठक, जैनेन्द्र पांडेय मिंटू, सच्चिदानंद तिवारी, रामेन्द्र पांडेय आदि मौजूद रहे। इसके बाद श्री राय जापलिनगंज स्थित व्यापारी पिंटू अग्रवाल के घर पहुंचे। यहां भी उन्होंने काफी समय बिताया।

इनसेट-
हम डटकर खड़े थे और खड़े रहेंगे
बलिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि लोग राजनीति के साथ बदल जाते है, लेकिन हम लोग दृढ़ता के साथ 32 वर्षाे तक लड़े और मुख्तार अंसारी जैसे माफिया को आजीवन कारावास की सजा करायी।

हम डटकर खड़े थे और खड़े रहेंगे। क्योकि हम संकल्पित है। वचनबद्धता है। जब मै अपने भाई के साथ नहीं खड़ा हो पाऊंगा तो मै सर्वसमाज के साथ कैसे खड़ा रहूंगा।
