
सिकंदरपुर (बलिया)। एक लंबे इंतज़ार के बाद महिला आरक्षण विधेयक ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को संसद में मंजूरी मिल गई है। यह महिला जगत के लिये एक ऐतिहासिक और ग़ौरवशाली होने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में युगांतकारी कदम है। 15 से 17 जून, 2023 को मुम्बई मे आयोजित ’राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन’ जिसका उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम विरला के हाथों हुआ था, उसमे प्रतिभाग करते हुये रतसर कला की पूर्व प्रधान एवं राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय पंचायत परिषद नई दिल्ली, स्मृति सिंह ने आधी आबादी को आरक्षण देने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि हमें खुशी है की हमारे जैसे हजारों-लाखांे महिलाओं की मांग को पूरा करते हुये तथा देश की आधी अबादी को सच्चे मायने मंे उनका हक देने के लिए व भारतीय लोकतंत्र को और अधिक मजबूत व सहभागी बनाने के लिए यह बिल नये संसद भवन की शुरुआत मंे ही पेश कर व उसे पारित कराकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सिद्ध कर दिया है कि वो महिला सशक्तीकरण की सिर्फ़ बात ही नहीं करते, बल्कि वे इस दिशा में दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ काम करके भी दिखाते हैं। इस बिल के माध्यम से मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि मातृशक्ति सम्पूर्ण राष्ट्र की ताक़त है, जिसके बिना भारत के नव निर्माण की कल्पना बेमानी है। इसके लिये नरेंद्र मोदी को भारत की नारियों की तरफ से वंदन व अभिनन्दन है।