Ballia : सुख और दुख के रूप में ही मिलता हैैं कर्मों का फल
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बोले त्रिदंडी स्वामी
गड़हांचल के बघौना में श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का किया शुभारम्भ
बलिया। गड़हांचल के बघौना में शुक्रवार को श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का शुभारम्भ गंगा पुत्र श्री लक्ष्मीनारायण त्रिदंडी स्वामी जी महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि मनुष्यों को वही करना चाहिए जो वेदों, शास्त्रों और संतों ने कहा कि है। त्रिदंडी स्वामी बघौना में साल के अंतिम सप्ताह में आते हैं। इस बार भी वे पहुंचे हैं। गांव के बाहर विशाल मैदान में लगे पंडाल में उनकी कथा चार जनवरी तक चलेगी। पहले दिन का प्रवचन प्रारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा किए हुए कर्मों का फल ही सुख और दुख के रूप में प्राप्त होता है। जैसे हम दुख नहीं चाहते तब भी वो हमारा पीछा नही छोड़ता। ठीक उसी प्रकार से हम नहीं कामना करेंगे तो भी हमारा सुख, हमारा आनंद हमारे साथ ही रहेगा। हमें अपने कर्मों को अच्छे से करना चाहिए। जो वेद और शास्त्र कहता है व संत कहते हैं, उन कार्यों को करना चाहिए। कहा कि जो भी भोग आज हम भोग रहे हैं, उसमें अगले जन्म का किया धरा है। कोई कहता है हम इतना पूजा पाठ करते हैं तब भी कष्ट होता है। जैसे कोई अंधा या लंगड़ा है। जो भी है ये सब पूर्व का प्रारब्ध है। जिसने पूर्व जन्म में अपने मां की हत्या किया हो वही अंधा होता है। जिसने जंगल में विचरण करने वाले हिरन की हत्या किया हो वही लगड़े हो के आते हैं। इसीलिए जीवन में कोई गलत कार्य न करें।
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