Ads

1 / 3
Caption Text
2 / 3
Caption Two
3 / 3
Caption Three
3 / 3
Caption Three

Ballia : सरयू के आगोश में समाये दो आशियाने, पलायन कर रहे लोग

बैरिया (बलिया)। बाढ़ का पानी उतरने के बाद अचानक पानी बढ़ने से सुरेमनपुर दियरांचल के गोपाल नगर टाड़ी गांव के समीप एक बार फिर कटान तेज हो गया है। सरयू नदी के तल्ख तेवर ने गुरुवार को रविंद्र यादव, राजेंद्र यादव के रिहायशी मड़हे को अपने आगोश में ले लिया। नदी का तल्ख तेवर देख गांव के लोग भयभीत होकर गांव से पलायन करने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि डेढ़ महीना पहले कटान में यहां के 80 लोगों का घर सरजू नदी में विलिन हो गया था। तब एसडीएम बैरिया आत्रेय मिश्र के निर्देश पर मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने गांव खाली करने के लिए लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा करा दिया था। किंतु उस समय सरजू नदी में पानी कम हो जाने के चलते कटान का सिलसिला रुक गया। पिछले तीन-चार दिनों से भारी बरसात के बाद सरजू नदी एक बार फिर से उफना गई है और फिर से कटान तेज हो गया है। वर्तमान में कुल 65 परिवारों का आशियाना कटान के जद में है। जिसमें मैनेजर यादव, सुरेंद्र यादव, लाल पति यादव, जगजीवन यादव, आदित्य यादव, लालजी यादव, रमाशंकर यादव, राजाराम यादव, श्रीराम यादव, श्रीभगवान यादव आदि का आशियाना भी शामिल है। यहां के कटान की जद में आए लोगों का कहना है कि तहसीलदार ने नोटिस लगा कर गांव को खाली करने का फरमान सुना दिया और कहा कि आप लोग जाकर गोपाल नगर प्राइमरी स्कूल में शरण शरण लीजिए। कितनी संख्या में लोग एक प्राथमिक विद्यालय में कैसे रहेंगे। कहां खाना बनाएंगे और कहां खाना खाएंगे। इसका कोई व्यवस्था नहीं किया गया। इसलिए हम लोग मजबूर होकर इस मौत के मुहाने पर खड़े गोपाल नगर टाड़ी में ही रह रहे हैं। गुरुवार को अचानक कटान तेज होने के बाद तटवर्ती लोग अपना घर बार छोड़कर दूर भाग कर दूसरे स्थानों पर शरण ले लिए हैं। अगर कटान की गति यही रही तो अगले दो-तीन दिनों में गोपाल नगर टाडी की पूरी बस्ती सरयू नदी में समा जाएगी।

गोपाल नगर टाड़ी में बुधवार की रात से कटान तेज होने की सूचना मिली है। मौके पर लेखपाल और कानूनगो को भेजा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के साथ ही वहां के लिए जरूरी कार्यवाही की जाएगी। लोगों को राहत और बचाव की पर्याप्त व्यवस्था दी जाएगी।
आत्रेय मिश्र, उप जिलाधिकारी बैरिया

Jamuna college
Gyan kunj
Jamuna Ram snakottar
Jamuna Ram snakottar
Jamuna Ram snakottar

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *