Ballia : यहां गंगा की लहरों ने मचायी भगदड़
बलिया। गंगा नदी के जलस्तर में घटाव भले ही हो रही हो लेकिन कटान होने से लोगों में भगदड़ मची हुई है। गंगा नदी तटीय भू-भाग को काटते-छपटते भगवानपुर, चक्की (नौरंगा) तक पहुंच चुकी है। इससे आधा दर्जन से अधिक गांवों पर खतरा मंडराने लगा है जबकि शासन-प्रशासन अभी भी लापरवाही बरत रहा है। केवल गंगा कटानरोधी कार्य में अब तक अरबो रुपये की खपत जरूर हुआ, लेकिन विभागीय भ्रष्टाचार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कटानरोधी कार्य के प्रति वे सदा उदासीन रहे है। भगवानपुर, चिक्की, नौरंगा के बाढ़ पीड़ित रोहित पाण्डेय, संजय चौधरी, सतेन्दर ठाकुर, धनु ठाकुर, मुन्ना राम, अरविंद राम, ललन यादव, अजय यादव, अक्षय चौबे, राजमंगल ठाकुर, लकड़ी मिश्र, भोला ठाकुर, विनोद ठाकुर, रामाकांत ठाकुर, रामजी ठाकुर आदि लोगों ने आरोप लगाया है कि बाढ़ व सिंचाई विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से जनपद के आला-अधिकारियों द्वारा हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कटान से पूरा बस्ती सहमा हुआ है लेकिन उनका कोई हाल-चाल तक लेना उचित नहीं समझ रहा है। पीड़ितों ने बताया कि जिले के अधिकारी कटान के नाम पर हमसें बात तक करना नहीं चाहते हैं। इस बार भी बैरिया क्षेत्र के चक्की (नौरंगा) भुआल छपरा और भगवानपुर मौजें के करीब 30 हजार की आबादी बाढ़ व कटान से प्रभावित है। बैरिया के उपजिलाधिकारी आत्रेय मिश्रा ने कहा है कि तहसील क्षेत्र के कटान प्रभावित गांवों को गंगा नदी से हो रहें कटान से बचाने के लिए एक्सईएन को निर्देशित किया जा चुका है वो अपना बचाव कार्य के लिए उपाय करेंगे।