
बेनीगंज क्षेत्र में मां के हाथ पैर बांधकर खेत में डाल दिया गया और इसके बाद पुत्री को तीन लोग बाग में उठा ले गए, जहां पर तीनों आरोपितों ने किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता अपनी मां के साथ एफआइआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली पहुंची, लेकिन पुलिस ने एफआइआर दर्ज न कर टरका दिया था। पीड़िता ने न्यायालय से न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर 48 दिन बाद एफआइआर दर्ज की। एसपी ने रविवार देर शाम को घटनास्थल का निरीक्षण किया।
बेनीगंज क्षेत्र के एक गांव की महिला ने बताया कि 19 नवंबर 2021 को वह 13 साल की किशोरी के साथ गांव के बाहर नहर के किनारे शौच करने के लिए गई थी, जहां पर गांव के अमित, अखिलेश और कमलेश ने दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद आरोपितों ने महिला के मुंह में कपड़ा और हाथ-पैर को रस्सी से बांधकर खेत में डाल दिया। इसके बाद पुत्री को बाग में उठा ले गए, जहां पर तीनों ने पुत्री से दुष्कर्म किया।
घटना के बाद वह पुत्री को लेकर कोतवाली पहुंची, लेकिन पुलिस ने उन्हें टरका दिया। इसके बाद उन्होंने न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई। कोतवाल इंद्रजीत सिंह ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर सामूहिक दुष्कर्म की एफआइआर दर्ज की गई है। एसपी राजेश द्विवेदी रविवार देर शाम को कोतवाली पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़िता के परिवारवालों से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।