
नगरा। ‘‘सस्ती बिजली सस्ती पानी‘ मांग रही है आज किसानी‘‘ नारे के साथ भारतीय किसान संघ ने प्रदर्शन करते हुए अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संदर्भित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। किसानों ने पत्र में 19 दिसम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान से प्रदर्शन में लाखों किसानों की उपस्थिति के पश्चात किए गये मांग पर कार्रवाई के आश्वासन के बावजूद बजट में शामिल नहीं करके अभी तक सुनवाई नहीं होने की स्थिति में सरकार को यादगार के जिला कलेक्ट्रेट परिसर में उपस्थित होकर मांगों पर तत्काल पुनर्विचार करने की मांग करते हुए मांग पूरा नहीं होने की स्थिति में बड़े आंदोलन को चेतावनी दी है। किसानों का कहना है कि कोविड जैसे भयंकर महामारी में भी किसान दृढ़ता से लोगों की सेवा में लगते हुए खेती करके अद्भुत पैदावार दिया है मगर उपज के लागत मूल्य पर लाभांश नहीं मिलता, बाजार की व्यवस्था नहीं है, जिसे किसान अपनी उपज से सड़क पर बैठने को विवश हैं। कृषि आदानों पर आयकर जीएसटी शून्य करने, किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाने, फसल जलाने के आरोप में उत्पीड़न रोकने, मानव व पशु चालित कृषि यन्त्रों को टैक्स मुक्त करने, जीएम सरसों के उत्पादन पर रोक लगाने जैसे आदि मांगों को लेकर दिल्ली में किए गए थे, लेकिन जारी बजट में कोई प्राविधान नहीं होने से किसानों में आक्रोश है। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश मंत्री अजय सिंह, जिलाध्यक्ष शत्रुध्न प्रसाद वर्मा व मंत्री राजेश सिंह, पंचान्नद सिंह, अश्वनी कुमार सिंह, रविन्द्र यादव, राजेश सिंह, शशिकांत तिवारी, रमाशंकर सिंह, राजविक्रम सिंह, सुरेश पाण्डेय, आत्मान्नद सिंह, दुर्गाशंकर पाण्डेय, मदन सिंह, बब्बन यादव, सत्यप्रकाश सिंह, अजय पाण्डेय आदि शामिल रहे।

