रोशन जायसवाल


रसड़ा। नगर पालिका परिषद रसड़ा से भाजपा प्रत्याशी वशिष्ठ नारायण सोनी के सामने एक बड़ी चुनौती के रूप में बसपा से विनय शंकर जायसवाल चुनाव मैदान में उतर चुके है। इस बार के चुनाव में तस्वीर कुछ बदली-बदली सी नजर आ रही है। पिछले वर्ष रसड़ा नगर पालिका का अध्यक्ष पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित था। इस समय यहां पिछड़ा वर्ग से जुड़े प्रत्याशी मैदान में है। कांग्रेस से राजकुमार गुप्ता, सपा से गोविन्द मद्धेशिया, आम आदमी पार्टी से सपना गुप्ता, निर्दल से प्रत्याशी लक्ष्मी देवी व गुलाबानन्द गिरि मैदान में है। वैसे यहां एक ही घर में विगत कई चुनावों से जीते प्रत्याशी का कब्जा रहा। इसे ध्वस्त करने के लिए बसपा विधायक उमाशंकर सिंह अपने प्रत्याशी के साथ ताकत लगायेंगे। वह कितना सफल होंगे यह वक्त बतायेगा। लेकिन इस बार यहां के मतदाता परिवर्तन का मन बना सकते है, क्योंकि यहां क्षेत्रीय विधायक उमाशंकर सिंह ने बसपा प्रत्याशी विनय शंकर जायसवाल के लिए ताकत लगायी है। अब देखना यह होगा कि यहां पुरानी परम्परा कायम रहती है या फिर टूटती है। वैसे भाजपा प्रत्याशी वशिष्ठ नारायण सोनी एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखे जा रहे है।
भाजपा को नहीं मिली कामयाबी
पिछले चुनाव में नगर पालिका परिषद रसड़ा में भाजपा प्रत्याशी सुनीता देवी को हार का मुहं देखना पड़ा। वहीं बसपा प्रत्याशी प्रियंका जायसवाल भी चुनाव हार गयी और विधायक उमाशंकर सिंह भी चुनाव में सफल नहीं हो पाये। लेकिन इस बा रवह कुछ अलग दिमाग लगायेंगे। हालांकि वैसे उन्होंने बसपा प्रत्याशी प्रियंका के लिए पूरी ऊर्जा लगायी थी लेकिन सफलता नहीं मिली। अब विनय शंकर जायसवाल को जीताने के लिए विधायक उमाशंकर सिंह के लोग रणनीति तैयार कर रहे है।
