
रसड़ा। विकास खण्ड के कैथी कलां गांव में मंगलवार की रात श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के पूर्णाहुति पर विकास संस्कृति साहित्य अकादमी भारत के महायज्ञ के कवि, साहित्यकार व समाज सेवी जनों को सम्मानित किया गया, जिस के मुख्य अतिथि महान संत रंजीत परासर को समई बाबा संस्कृति रत्न सम्मान, विलास सिंह,पं वासुदेव मिश्र, समाजसेवी सम्मान, डॉ. आदित्य अंशु को विश्वेश्वर सिंह संस्कृति रत्न सम्मान, डॉ. फत्तेहचंद बेचैन, विश्वनाथ सिंह काव्यभूषण सम्मान, साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए डॉ. नरेंद्र कुमार ’अनुराग’ को लालबहादुर सिंह साहित्य विभूषण सम्मान, डॉ. गयाशंकर प्रेमी को तेजनाराण सिंह काव्य गौरव सम्मान, प्रभाकर मिश्र पपीहा, को रामजन्म सिंह साहित्य गौरव सम्मान, रमाशंकर वर्मा मनहर को विहारी प्रताप सिंह काव्य गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ जिसमें हजारों की संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित होकर काव्य रस का आनंद लेते रहें तथा बीच-बीच में तालियां बजाकर मंच पर आसीन कवियों का उत्साह वर्धन करते रहे। विकास संस्कृति साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बृजेश सिंह की अध्यक्षता में इस गरिमामय साहित्यिक समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। डॉ. बृजेश सिंह ने अपने अध्यक्षता में पाठ में छंद, घनाक्षरी एवं सवैया में काव्य पाठ कर पूरे क्षेत्र वासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ज्ञातव्य हो कि डॉ. बृजेश ने अब तक सैकड़ों पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें प्रमुख रूप से उनके छंद सागर, तीर्थाेत्मा अयोध्या, सहित कई साहित्य एवं खंडकाव्य आज विश्वविद्यालयों में शोध का विषय बने हुए हैं। इस कार्यक्रम का संचालन आदित्य कुमार अंशु ने किया। इस अवसर पर नमो नारायण सिंह, विद्यासागर सिंह, खड़क बहादुर तिवारी, भूपेंद्र सिंह, मनोज सिंह, अशोक दिनेश, विंदेश्वरी, एवं दिवाकर सिंह आदि गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे तथा अंत में कार्यक्रम के संयोजक बिलाश सिंह ने आए हुए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

