
बैरिया। स्थानिय थाना क्षेत्र के गंगा उस पार भुवाल छपरा में बुद्धवार को हुए दो पक्षों में खूनी संघर्ष में बैरिया पुलिस ने दोनों पक्षों के कुल 10 लोगों के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर दोनों पक्षों के दो लोगों को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय के सुपुर्द कर दिया गया है। एक पक्ष से भुआल छपरा के शम्भू नाथ ठाकुर, कौशल ठाकुर, मिथिलेस ठाकुर व त्रयम्बक उर्फ गोलू ठाकुर के खिलाफ धारा 307, 427 व 429 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं दूसरे पक्ष के बरमेश्वर मिश्र, बिट्टू मिश्रा, चिन्टू मिश्रा, सूरज मिश्रा, सत्यम मिश्रा, शिवम मिश्रा निवासी भुआल छपरा के विरुद्ध धारा 147, 148, 307 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस गोलीबारी में बरमेश्वर मिश्रा के घोड़े को गोली लगने से मौत हो गई थी।


उक्त घटना में पुलिस ने एक पक्ष से बरमेश्वर मिश्र व दूसरे पक्ष के कौशल ठाकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसएचओ धर्मवीर सिंह ने बताया कि आरोपीयांे की गिरफ्तारी व असलहों के बारमदगी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। वहीं असलहों के सन्दर्भ में भी जांच पड़ताल जारी हैं कि हथियार लाइसेंसी हैं या गैर लइसेंसी। दूसरी तरफ भुआल छपरा के ग्रामीणांे का कहना है कि सूखी लकड़ी तो एक बहाना है। पहले से ही दोनों पक्षों में भूमि विवाद को लेकर तनाव था। पूर्व में कई बाद दोनों पक्षों के बीच बवाल हो चुका है। ग्रामीणों की मानें तो गंगा पार के इस इलाके में जिसकी लाठी उसकी भैंस वाला मुहावरा चरितार्थ है। अधिकांश घरों में लाइसेंसी या गैर लाइसेंसी असलहा मौजूद है, जिसके चलते यहां बात-बात पर फायरिंग होती है। अगर फसल कटाई के समय पुलिस मुश्तैद नहीं हुई तो इस क्षेत्र में बड़ी घटना हो सकती है।
पुलिस चौकी न होने से अराजकता कायम
सन् 2012 में नौरंगा पुलिस चौकी का अस्तित्व समाप्त हो जाने के बाद इस क्षेत्र में अव्यवस्था का बोलबाला कायम हो गया है। पुलिस का एकबाल खत्म है। राह घाट के दुरुहता के चलते गंगा पार के इस इलाके में न तो 112 डायल पुलिस जाती है न थाने से गश्ती दल ही जा पाता है। अपराधिक घटनाओं के होने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर कानूनी कार्यवाही जरुर करती है। सरकार को चाहिए कि इस क्षेत्र में पुलिस चौकी की पुनः स्थापना कर अपराधियों के मन में कानून का हनक पैदा करें।
