
बैरिया। इस बार सर्व सुलभ होगा फलो का राजा आम, कारण की ऋतुराज बसंत के आगमन के बाद आम की डालियों पर आयी मंजीरियों (बौर) ने अपने सुगंध से वातावरण को मादक बना दिया है। गांव व क्षेत्र में स्थित आम के बगीचों में बौर आ गयी हैं। इससे जहां आम के पेड़ निखरे दिख रहे हैं। वहीं आस-पास का वातावरण भी बेहद मनमोहक हो गया है। रात में हल्की ठंडी के बावजूद आम के पेड़ों पर बौर आ गये है। गत वर्ष क्षेत्र के बाग-बगीचों में आम की पैदावार अपेक्षाकृत कम हुई थी। इस बार आम के पेड़ों पर फली आने से आम के कृषक खुश है। ऐसे में बाग बगीचों के स्वामी काफी उत्साहित भी है। अभी से इसकी रखवाली के साथ ही कीट पतंगों से बचाव के लिए दवाओं की छिड़काव करते हुए बौर की सुरक्षा के लिए फल विशेषज्ञों से जानकारी लेकर छिड़काव कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अबकी बार द्वाबा में आम का अच्छा पैदावार होने की उम्मीद है। इससे बाजार से ग्रामीणों को ऊंचे दाम पर आम खरीदने की मुश्किल जहां कम होगी, वहीं बाग-बगीचा के स्वामियों को अच्छी आमदनी भी होगी। देखा जाय तो आम्रपाली, दशहरा, लगंड़ा सहित अन्य प्रजातियों के आम के बौर गांव-गिरांव के बगीचों में दमदार उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। मौसम अच्छा होने के चलते मंजरी (बौर) में लगने वाले कीट पंतगों से भी हद तक छुटकारा मिला हुआ है। विशेषज्ञ बताते हैं कि इस वर्ष मौसम अच्छा हो रहा है। ऐसा मौसम आम के मंजरी के लिए लाभदायक सिद्ध होते हैं। मंजरी में फल लगने के बाद सल्फर का छिड़काव कराने से उत्पाद बेहतर होना तय है।

