कव्वाली कार्यक्रम: या अल्लाह वहशी है इंसान, इसे इंसान बना दें….., ददरी मेला के ऐतिहासिक भारतेंदु मंच पर
– ठंड के बावजूद भी देर रात तक जमे रहे श्रोता
बलिया। ददरी मेला के ऐतिहासिक भारतेंदु हरिश्चंद्र कला मंच पर मंगलवार की रात कव्वाली का आयोजन किया गया। जिसमें दूर-दराज से आए कव्वालों ने अपना-अपना नगमा पेश किया। वहीं श्रोताओं ने भी रात भर कव्वाली का आनंद उठाते रहे। मशहूर कव्वाल सलाउद्दीन चिश्ती ने परम पिता तो एक है, ईश्वर-अल्लाह एक है हमारा तुम्हारा..आदि शायरी व नगमों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद के ईओ दिनेश कुमार विश्वकर्मा और हनुमानगंज के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि श्यामजी ने कव्वालों को स्मृति चिह्न व अंगवस्त्रम से सम्मानित किया। कव्वाल रौनक जहां ने तू ही अमनो अमान वाला है तू ही दोनों जहान वाला है, तेरे दर पर झुका रही हूं सिर ए खुदा तू ही शान वाला है की प्रस्तुति ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। इसके बाद कव्वालों ने जर्रे को चट्टान बना दे या अल्लाह वहशी है इंसान इसे इंसान बना दे पेश किया। इसके बाद कव्वालों ने एक से बढ़कर एक अपने नगमें पेश किये जिसका लोगों ने भरपूर लुत्फ उठाया। हालांकि ठंड के बावजूद भी दर्शक देर रात तक कव्वाली का आनंद उठाते रहे। सलाउद्दीन चिश्ती ने अपनी कव्वाली में हिन्दू-मुस्लिम एकता और देश के प्रति हर मजहब के इंसान का क्या कर्तव्य है को बखूबी दर्शाया। रौनक जहां ने प्रेमी- प्रेमिका के प्रेम और वियोग को भली भांति प्रदर्शित किया। इस अवसर पर राघव मिश्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
मुशायरा का आयोजन आज…..
बलिया। भारतेंदु कला मंच पर मुशायरा का आयोजन दो दिसंबर को होगा। जिसकी तैयारी में नगरपालिका परिषद के कर्मचारी जी जान से जुट गये है। मुशायरा में डा. कलाम कैसर, इकबाल अशहर, अज्म शकिरी, शबीना अदीब, सुनील कुमार तंग, नूसरत अतीक, रूखसार बलरामपुरी, उस्मान मीनाई, शरफ नानपारवी आदि भाग लेंगे।